सीएम बनते ही धामी के फैसलों से चौंकी प्रजा,नेतृत्व परिवर्तन का आक्रोश अब बदल रहा है आशाओं में,पढ़िए किन फैसलों की हो रही है सरहाना
देहरादून। उत्तराखंड की नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगता है जिस तरह फैसले ले रहे है,उससे हर कोई चौंक रहा है, जिसे लग रहा है कि धामी चैंकाने का खेल खेल रहे हैं,हालांकि उनके द्वारा जो चौंकाने वाले फैसले लिए जा रहे हैं वह प्रदेश हित में हैं। पहले धामी ने मंत्रियों के शपथ ग्रहण में सब को चैंका दिया,राज्य मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया। शपथ ग्रहण से पहले किसी ने अंदाजा भी नहीं लगाया था कि राज्य मंत्री धन सिंह रावत, रेखा आर्य,और स्वामी यतीश्वरानंद को कैबिनेट मंत्री की तौर पर प्रमोशन मिल जाएगा । शपथ ग्रहण जो भी लोग पहुंचे वह धामी की फैसले को लेकर चौंक गए कि आखिर धामी ने अपनी टीम में सभी को मंत्री का दर्जा दिया दे दिया। शपथ ग्रहण के बाद जैसी ही सचिवालय में पुष्कर सिंह धामी पहुंचे और मंत्रिमंडल की बैठक उन्होंने की,और उसमें जो फैसले लिए गए उन फैसलों से प्रदेश वासी भी चौंक गए कि आखिर जो फैसले पूर्व की सरकार ले सकती थी उन्हें धामी ने मुख्यमंत्री बनने के चंद घण्टों में ही पूरा कर लिया।
पहली कैबिनेट से 9 लाख परिवारों को किया खुश
पहली कैबिनेट बैठक में धामी सरकार ने करीब 8 से 9 लाख परिवारों के हित में फैसले लिए,जिनमें गेस्ट टीचरों के की मानदेय वृद्धि, पुलिस कर्मियों के ग्रेड पर की मांग को लेकर कैबिनेट की उप समिति, उपनल कर्मचारियों की मांगों को लेकर भी कैबिनेट की उप समिति बनाए जाने से जहां हर कोई चकित हो गया,वही पॉलिटेक्निक संविदा कर्मचारी जो 2018 से बेरोजगार हो चुके थे उनको भी पुनः बहाली के फैसले पर धामी कैबिनेट ने मुहर लगा दी। यहां तक कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने को लेकर भी कैबिनेट में बकायदा संकल्प लिया गया,और 6 माह में 22000 युवाओं को रोजगार देने के फैसले पर मुहर लगा दी।
मुख्यमंत्री बदलने से नाराज चले रहे मंत्रियों को किया खुश,समर्थक जता रहे है सीएम का आभार
मंत्रियों के विभागों के बंटवारे में भी मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सबको चौंका दिया, क्योंकि उत्तराखंड में एक परंपरा है कि जो मलाईदार विभाग हैं उन्हें मुख्यमंत्री अपने पास रखते हैं,लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन विभागों को भी नाराज चल रहे मंत्रियों को सौंप दिया, जिससे मंत्रियों के समर्थकों में खुशी देखने को मिल रही है,और मंत्रियों के समर्थक मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
ओम प्रकाश की छुट्टी कर भी बटोरी सरहाना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सबसे साहस वाले जिस निर्णय की सराहना जनता के बीच हो रही है,वह मुख्य सचिव पद से ओम प्रकाश को हटाए जाने की हो रही है, ओम प्रकाश को हटाए जाने की खबर जैसे ही आम से खास लोगों को मिली। सभी चौंक गए कि आखिर दूसरी बार के विधायक और युवा मुख्यमंत्री ने इतना बड़ा चौंकाने वाला निर्णय कैसे ले लिया। वह भी तब जब ओमप्रकाश पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के चहिते अधिकारियों में एक रहे हो।
फैसलों की हो रही है सरहाना
कुल मिलाकर मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी उन फैसलों पर मोहर लगा दे रहे हैं जिनके बारे में दूर-दूर तक प्रदेश की जनता भी सोच नहीं रही है, इसलिए मुख्यमंत्री बदले जाने के बाद जहां जनता में आक्रोश देखने को मिल रहा था,वही मुख्यमंत्री धामी के द्वारा लिए जा रहे फैसलों के बाद वह आक्रोश अब उम्मीदों में बदलता हुआ नजर आ रहा है,और हर कोई सीएम पुष्कर सिंह धामी के द्वारा लिए जा रहे फैसलों की सराहना कर रहा है।