कोविड गाइड लाइन का हो गया उल्लंघन,प्राथमिक के छात्र पहुंच गए स्कूल,जांच की कही जा रही है बात
देहरादून। कोविड-19 महामारी को देखते हुए भले ही स्कूल शिक्षकों के लिए खोल दिए गए लेकिन छात्रों के लिए अभी स्कूल नहीं खोले गए हैं, कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए सरकार स्कूलों को खोलने पर विचार तक नहीं कर रही है, लेकिन इसके बावजूद चमोली जिले के दूरस्थ क्षेत्र मलारी प्राथमिक विद्यालय में छात्रों के स्कूल पहुंचने का मामला सामने आया है, शिक्षा विभाग के द्वारा छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई करने के निर्देश दिए गए हैं,लेकिन जिन क्षेत्रों में नेटवर्क नहीं आ रहा है उन क्षेत्रों में शैक्षिक कार्य छात्रों के घर पहुंचकर वर्कसीट से कराये जाने के आदेश हुए हैं। लेकिन चमोली जिले के उप शिक्षा अधिकारी के द्वारा एक आदेश 13 जुलाई को जारी किया गया जिसके माध्यम से चमोली जिले की शिफ्टिंग विद्यालयों की अध्यापक और अध्यापिकाओं को निर्देशित किया गया कि कि ग्रीष्मकालीन प्रवासीय विद्यालय में अग्रिम आदेशों तक तत्काल अपनी उपस्थिति देना सुनिश्चित करें साथ ही समस्त शिक्षक संबंधित विद्यालय में अपनी भौतिक उपस्थित देते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण कार्य संपादित करें, आदेश में ऑनलाइन शिक्षण कार्य का जिक्र तो समझ में आता है लेकिन ऑफलाइन शिक्षण कार्य का जो आदेश दिया गया है उससे अभिभावक शिक्षकों में भी असमंजस पैदा हो गया है कि ऑफलाइन शिक्षण कार्य में शिक्षक स्कूलों में पढ़ाई में या फिर अभिभावक अपने बच्चों को स्कूलों में ऑफलाइन शिक्षक कार्य के लिए भेजेंगे इसी असमंजस के बीच मलारी प्राथमिक विद्यालय में कुछ छात्र स्कूल पहुंच गई जिसके बाद स्कूल की शिक्षिका ने छात्रों को घर भी भेज दिया,लेकिन सवाल इस बात का है कि आखिर प्रदेश सरकार के द्वारा कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत बच्चों की स्कूल आने पर अभी रोक है तो फिर बच्चे स्कूल कैसे पहुंच गए। हालांकि यह बात आदेश कि उस पहलू से उत्पन्न हुई है जिसमें ऑफलाइन शिक्षण कार्य का निर्देश शिक्षकों को दिया गया है,लेकिन जब हमने उप शिक्षा अधिकारी प्राथमिक से आदेश के बारे में जानकारी ली कि उनके आदेश से असमंजस की स्थिति है और छात्र स्कूल तक पहुंच गया। तो उन्होंने स्पष्ट किया कि छात्रों के स्कूल आने का कहीं अधिक में जिक्र नहीं और छात्र कैसे स्कूल तक पहुंच गए इसको लेकर जांच कराई जाएगी। लेकिन सवाल इस बात को लेकर उठता है कि आखिर जब छात्रों में लिए स्कूल बंद है तो फिर छात्र स्कूल तक कैसे पहुंच गए,इसकी जांच आवश्य की जानी चाहिए।