बीजेपी के चुनाव प्रभारी का ऐलान,2022 के बाद भी धामी ही होंगे सीएम,नहीं है कोई डाउट,हरीश रावत पर कसा तंज लपेटे में राहुल भी
देहरादून। उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही चुनाव के बाद राज्य के मुख्यमंत्री होंगे। शुक्रवार को उन्होंने देहरादून में एक कार्यक्रम में कहा कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में ही चुनाव होगा। प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर हमला बोला। उन्होंने तंज किया कि कांग्रेस की दुर्दशा हो चुकी है और उत्तराखंड में उसे उम्मीदवारों को ढूंढने के लिए दूरबीन लेकर जाना पड़ रहा है। उन्होंने संगठन में अनुशासन के सवाल पर कहा कि उनकी एक-एक नेता से बात हुई है, पार्टी लाइन कोई नहीं तोड़ेगा। टिकटों के आवंटन के सवाल को उन्होंने टाल दिया। जोशी प्रदेश पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चुनाव होगा और इसमें कोई संदेह नहीं कि चुनाव के बाद वही मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी साठ पार के लक्ष्य को पूरा करेगी और उन्हें पूरी उम्मीद है कि प्रदेश की जनता एक बार फिर भाजपा को अवसर देगी।
मुख्यमंत्री धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व सह चुनाव प्रभारी आरपी सिंह भी मौजूद थे। जोशी ने कहा कि अटल जी ने राज्य बनाया और उनकी सरकार जाने के बाद यूपीए के 10 साल के कालखंड में कुछ नहीं हुआ। मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार ने जबर्दस्त विकास किया। उन्होंने कोर्ट का आभार जताया और न्यायालय में मजबूत पैरवी करने के लिए मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पूर्व सीएम हरीश रावत पर चारधाम यात्रा का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
जय गणेश के नारे पर हरदा पर वार राहुल भी लपेटे में
जोशी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर तंज किया। उन्होंने कहा कि हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष के अलावा कांग्रेस में उनके सब विरोध में हैं। जोशी के मुताबिक, हरीश रावत ने कहा कि वह जय श्रीराम के स्थान पर जय गणेश बोलेंगे। उन्होंने उन्हें बधाई दी कम से कम उन्होंने राहुल गांधी को जय गणेश बुलवाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोग से सहयोग से सरकार चल रही है, जिसने गणेश के कार्यक्रमों पर रोक लगा रखी है। रावत को सलाह दी कि वह राहुल गांधी के करीबी हैं, इसलिए उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को समझाने की कृपा करें