उत्तराखंड: प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को अधिकारी कर रहे उलझाने का काम,अपने आदेशों का नहीं कर रहे है पालन,अभ्यार्थियों में आक्रोश
देहरादून । उत्तराखंड शिक्षा विभाग कहने को तो शिक्षित अधिकारियों की भरमार से भरा पड़ा है,लेकिन जब बारी रिजल्ट देने की आती है तो यही विभाग हमेशा सुर्खियों में रहता है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर एक बार फिर से शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर सरकार के दिशा निर्देशों के बाद भी क्यों प्राथमिक शिक्षक भर्ती को जल्द पूरा नहीं किया जा रहा है। कई जिलों में शिक्षा विभाग के अधिकारी शिक्षक भर्ती को उलझाने का काम कर रहे हैं, मामला चंपावत जिले का है जहां जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा के द्वारा ही अपने आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। दरअसल 2018 में बैकलॉग पदों पर जारी विज्ञप्ति के तहत 30 अभ्यर्थियों का चयन किया गया, जिनके लिए 27 सितंबर को काउंसलिंग हुई 30 चयनित अभ्यर्थियों में केवल 9 अभियार्थी ही काउंसलिंग में पहुंचे, जिससे चंपावत जनपद में 21 सीटें प्राथमिक शिक्षक के खाली रह गए। दोसरी बार खाली पदों पर वेटिंग लिस्ट में अभ्यर्थियों को काउंसलिंग का मौका दिया जाना था, नियम के मुताबिक और जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षक के आदेश के मुताबिक पहली काउंसलिंग में शामिल नहीं होने वाले अभ्यर्थियों को दूसरी काउंसलिंग में मौका नहीं दिया जाना था। लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा दूसरी लिस्ट में भी उन्हीं अभ्यर्थियों को मौका दे दिया गया जो पहली चयनित लिस्ट में जगह पाने के बाद पहली काउंसलिंग में नहीं पहुंचे। ऐसे में अभी अभियार्थी सवाल उठा रहे हैं कि आखिर क्यों अधिकारी प्राथमिक शिक्षक भर्ती को उलझाने का काम कर रहे हैं। क्योंकि अगर वेटिंग के अभ्यर्थियों को काउंसलिंग में मौका नहीं दिया जाता है तो पहली काउंसलिंग के अभ्यर्थी ही बार-बार लिस्ट में आते रहेंगे,क्योंकि वह अन्य जनपदों में भी अपनी काउंसलिंग करा कर जॉइनिंग हासिल कर रहे हैं। कई जनपदों ने जहां इस नियम को अपनाया है और पहली चयनित लिस्ट में काउंसलिंग में शामिल ना होने वाले अभ्यर्थियों को दूसरी लिस्ट में जगह नहीं दिया,वही चंपावत जिले में उन्हीं अभ्यर्थियों को दूसरी बार काउंसलिंग के लिए बुलाया है जो पहली बार काउंसलिंग से नदारद रहे ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर यदि बार-बार उन्हीं अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा जो पहली काउंसलिंग से नदारद रहे ऐसे में कैसे भर्ती प्रक्रिया पूरी हो पाएगी।