उत्तराखंड से बड़ी खबर,देवप्रयाग विधान सभा सीट पर भाजपा में बगावत,मगन सिंह बिष्ट यूकेडी में शामिल
देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो चली है, वही सभी विधानसभा सीटों पर अब भाजपा और कांग्रेस के जिन उम्मीदवारों के टिकट फाइनल हुए हैं, उनकी घोषित होने के बाद सियासी समीकरण भी तेजी से बदल रहे हैं, वही बात अगर देवप्रयाग विधानसभा सीट की करें तो यहां पर हर दिन पल-पल सियासी समीकरण बदल रहे हैं, जहां से भाजपा की तरफ से विनोद कंडारी जो कि भाजपा के टिकट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत कर आए थे,उनको पार्टी ने फिर उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस की ओर से मंत्री प्रसाद नैथानी का टिकट फाइनल हो चुका है,लेकिन उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर ज्यादातर मुकाबले भाजपा कांग्रेस के बीच नजर आ रहे हैं, लेकिन देवप्रयाग विधानसभा सीट ऐसी सीट है जहां पर मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है। क्योंकि पूर्व कैबिनेट मंत्री और राज्य आंदोलनकारी की नीव रहे दिवाकर भट्ट देवप्रयाग विधानसभा सीट से फिर से यूकेडी की ओर से प्रत्याशी के तौर पर मैदान में इसलिए देवप्रयाग विधानसभा सीट सीट हॉट सीट बन चुकी है,जहां से मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार नजर आ रहे है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी यह सीट हॉट सीट थी क्योंकि यहां से तीन पूर्व कैबिनेट मंत्री जहां मैदान में थी वहीं भाजपा की ओर से विनोद कंडारी मैदान में थे लेकिन विनोद कंडारी तीन पूर्व कैबिनेट मंत्रियों पर भारी पड़े थे, पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट जहां निर्दलीय मैदान में थे तो वही विनोद कंडारी भाजपा की तरफ से पहली बार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे थे पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी जहां कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे तो पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवान निर्दलीय मैदान में थे, लेकिन तीन पूर्व कैबिनेट मंत्रियों को हराकर बाजी विनोद कंडारी ने मारी थी लेकिन इस बार समीकरण बदले बदले हुए नजर आ रहे हैं, क्योंकि पूर्व कैबिनेट मंत्री सूरवीर सिंह सजवाण कांग्रेस से ऋषिकेश विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, जबकि वर्तमान विधायक विनोद कंडारी का भाजपा से टिकट फाइनल हो चुका है, मंत्री प्रसाद नैथानी का टिकट भी कांग्रेसी फाइनल हो चुका है, जबकि पिछले बार 2017 के विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रहने वाले दिवाकर भट्ट यूकेडी की ओर से मैदान में है। लेकिन आज जो 86 सम्मेलन देवप्रयाग विधानसभा सीट में बदला है वह यह है कि देवप्रयाग की पूर्व ब्लाक प्रमुख जो कि भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे थे और 2007 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया था वह भाजपा से टिकट न मिलने को लेकर नाराज होकर बगावत कर चुके हैं पहले उन्होंने चुनाव लड़ने का मन बनाया और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश जी की जन एकता पार्टी ज्वाइन की लेकिन आज वह जामनिखाल खाल में दिवाकर भट्ट की मौजूदगी में उत्तराखंड क्रांति दल में शामिल हो गए हैं। मगन सिंह बिष्ट के यूकेडी ज्वाइन करने से अब दिवाकर भट्ट मजबूत प्रत्याशी के रूप में देवप्रयाग विधानसभा सीट पर उभर कर सामने आ रहे हैं ऐसे में पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी और भाजपा के प्रत्याशी और वर्तमान विधायक विनोद कंडारी के लिए दिवाकर भट्ट एक बड़ी चुनौती सामने नजर आ रहे हैं। मगन सिंह बिष्ट के यूकेडी ज्वाइन करने से देवप्रयाग विधानसभा सीट पर सियासी समीकरण कुछ हद तक बदल गए हैं।