उत्तराखंड विधान ने किया बेरोजगारों के साथ मजाक,बैकडोर से भर दिए कई पद,अधिकारियों और नेताओं के चाहितों को गुपचुप लग गई नौकरी ?
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा भर्तियों में हो रहे भ्रष्टाचार के विरोध में सुराज सेवा दल ने विधानसभा में बैकडोर से हो रही भर्तियों के विरोध में विधानसभा के बाहर बैठकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया । सुराज सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी की अगुवाई में हुए इस कार्यक्रम में सुराज सेवा दल के समस्त पदाधिकारियों ने भाग लिया जोशी ने बताया कि विधानसभा में 35 भर्तियां आई थी जिनकी अभी तक भर्तियां नहीं की गई और बैकडोर से 78 भर्तियां बिना किसी विज्ञापन के अपने लोगों को भर्ती कर दिया गया यह भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण है! सचिव अपनी ही कलम से सचिव बन कर बैठे हैं !उनको न कोई पदोन्नति देने वाला है और ना ही उनसे कोई पद छीनने वाला है! सुराज सेवा दल ने उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी भूष से मांग कि है कि इस भर्ती प्रक्रिया को किसी भी सीबीआई(CBI) या ईडी(ED) से निष्पक्ष जांच करवा दें। और इन भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों की या नेताओं की जिन की भी मिलीभगत है। उनको सजा मिल जाए रितु खंडूरी भूषण हमारे पूर्व मुख्यमंत्री भवन खंडूरी की पुत्री है। और खंडूरी एक बहुत ही इमानदार कर्मठ इस प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं,तो स्वाभाविक ही हमारी विधानसभा अध्यक्ष भी अपने पिताजी के पग चिन्हों पर चलेंगी तो इमानदारी का परचम लहराएंगी,और इस भर्ती घोटाले का प्रकरण को निष्पक्ष जांच कराकर के दोषियों को सजा दिलाने का कार्य करेंगे आज उत्तराखंड में 72000 करोड रुपए का कर्जा हो चुका है । और यह कर्जा उत्तराखंड के किसी विकास कार्य में नहीं लगा है यह कर्जा मात्र इन भ्रष्ट अधिकारियों और भ्रष्ट नेताओं के घरों में है! मैं निवेदन करता हूं इस प्रदेश के हर एक व्यक्ति से कि इस प्रदेश को बर्बाद होने से बचाएं यह प्रदेश इन भ्रष्ट अधिकारियों के हाथ में और भ्रष्ट नेताओं के हाथ में जाकर के डूब चुका है और कर्जे की पोटली बन चुका है! आज अगर महंगाई कोई बहुत बड़ा कारण है तो वह भ्रष्टाचार ही है !आम जनता के आम नागरिक के जेब में जो फर्क पड़ रहा है वह इन भ्रष्ट अधिकारियों और भ्रष्ट नेताओं की वजह से पढ़ रहा है! और जब राइट टू इनफार्मेशन(RTI) के तहत हमने इस प्रकरण के जानकारी मांगी तो विधानसभा के अधिकारियों ने हमें राइट टू इनफार्मेशन(RTI) के तहत जानकारी देना भी उचित नहीं समझा! और जब अपील में गए तो इस प्रकरण से संबंधित अधिकारियों के फोन नंबर भी स्विच ऑफ होते हैं! आज कानून कि किस तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं! यह मैं पूरी जनता के समक्ष रखना चाहता हूं! किस तरह से आम नागरिक और बेरोजगार युवा परेशान है! और यह भ्रष्ट अधिकारी लूट खसूट में लगे हुए हैं! सूरज पोल खोल कार्यक्रम के तहत हम भ्रष्टाचार की पोल खोलते रहेंगे और आगे भी हम इन भ्रष्ट अधिकारियों की पोल खोल कर जनता के सामने पेश करेंगे हम उम्मीद करते हैं हमारी विधानसभा अध्यक्ष महोदया से की इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करें आपसे निवेदन करते हैं। इस अवसर पर सुराज सेवा दल के राजेंद्र पन्त सुंदर राज दीपक प्रदुमन पदमा मोहिनी मोनिका अंजू शालू रेनु संजय प्रकाश उज्जवल उमेश पूनम सुनीता कुसुम विनीता मेहरबान जानकी बबिता सोनिया सुरेंद्र योगेश आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड विधानसभा में गुपचुप तरीके से कई अधिकारियों और नेताओं के नज़दीकियों की नौकरी लग गई है।