युवा कैबिनेट मंत्री का युवाओं को रोजगार देने का नया प्लान,जल्द आउटसोर्सिंग एजेंसी का होगा गठन,स्थानीय स्तर पर ही मिल सकेगा रोजगार
देहरादून। धामी कैबिनेट में सबसे युवा मंत्री सौरभ बहुगुणा अपने विभागों में 100 दिनों के कामकाज को लेकर काफी खुश नजर है। सौरभ बहुगुणा का कहना है कि 100 दिनों में धामी सरकार ने कई वादों को जहां पूरा कर दिया है, वहीं जो वादे जनता से सरकार ने किए हैं उन वादों को पूरा करने के लिए सरकार पूरी तैयारियों के साथ काम कर रही है। कॉमन सिविल कोड को लेकर सरकार ने कमेटी गठित कर दी है, वही शिक्षामित्रों का वेतन सरकार ने बढ़ाया है, तो वृद्धावस्था पेंशन की राशि भी सरकार ने बढ़ाई है, जबकि एक परिवार में दो वृद्धावस्था पेंशन को भी सरकार ने शुरू करने पर मोहर लगाई है,सफाई कर्मचारियों का मानदेय भी सरकार ने बढ़ाया है। सौरभ बहुगुणा का कहना है कि उन्होंने अपने विभागों में भी 100 दिन में कई बेहतर काम किए जहां तक की गन्ना किसानों की समस्याओं का निदान है,उन्होंने उन्हें पूरा करने की कोशिश की है और यही वजह है कि पहली बार विधानसभा के सत्र में गन्ना किसानों के मुद्दे नहीं उठे जिससे विपक्ष भी इस बात को लेकर खुश है कि गन्ना किसानों की समस्याएं अब नहीं है। सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर कर चुकी है।
सेवा योजन विभाग को आउटसोर्सिंग एजेंसी बनाने पर जल्द की की कैबिनेट की मुहर
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा का कहना है कि उत्तराखंड में रोजगार बड़ा विषय इसलिए उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार मिले इसको लेकर उन्होंने सेवायोजन विभाग को आउटसोर्सिंग एजेंसी के रूप में गठित करने के लिए भी प्रारूप तैयार किया है, जिस पर जल्द ही कैबिनेट बैठक में मुहर लग जाएगी, सेवायोजन विभाग को आउटसोर्सिंग एजेंसी बनने से युवाओं को स्थानीय स्तर पर भी रोजगार मिल सकेगा । कई ऐसे विभाग हैं जहां पर आउटसोर्स के जरिए कर्मचारियों की आवश्यकता है। लेकिन आउटसोर्सिंग एजेंसी ना होने के चलते युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इसलिए उनकी कोशिश है कि जल्द ही सेवायोजन को आउटसोर्सिंग एजेंसी बनाया जाए। ताकि जिन भी विभागों में आउटसोर्सिंग के जरिए युवाओं की आवश्यकता है उनको भरा जा सके।
स्ट्रेस टेस्ट के बाद ही केदारनाथ में घोड़े खचरों को मिलेगी अनुमति
इस वर्ष चार धाम यात्रा शुरू होने के समय केदारनाथ में घोड़े खतरों की मौत ने कई सवाल खड़े किए है, लेकिन पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अब इसके लिए खास प्लान तैयार किया है। जिसके तहत केदारनाथ में यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को ले जाने वाले घोड़े खच्चर ओके स्ट्रेस टेस्ट होगा जिसके बाद स्ट्रेस टेस्ट में फिट पाए जाने वाले घोड़े खतरों को ही यात्रा मार्ग पर जाने की इजाजत होगी जबकि घोड़े खतरों में रेडियो कॉलर लगाए जाने की भी तैयारी है जिससे कि रेडियो कॉलर के माध्यम से घोड़े खच्चरो ट्रैकिंग भी की जा सके।