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शिक्षा विभाग ने फिर दिलाया स्कूल को याद,अपना ले डेंगू – मलेरिया और चिकनगुनिया के उपायों को,नहीं तो….

देहरदून। देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी डाक्टर मुकुल सती के द्वारा जिले के सभी सरकारी प्राइवेट और अशासकीय स्कूलों के प्रधानाचार्य प्रधानाध्यापक और प्रबंधक को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह डेंगू,मलेरिया और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए जो जरूरी उपाय हैं उन्हें स्कूलों में लागू करें। यूं तो पहले भी देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ मुकुल कुमार सती स्कूलों को दिशा निर्देश इस संबंध में जारी कर चुके थे लेकिन कई स्कूलों के द्वारा इसको गंभीरता से न लिए जाने को लेकर फिर से उन्होंने स्कूलों को याद दिलाया है कि वह डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की रोकथाम को लेकर जरूरी उपाय अपनाएं। स्कूलों को जारी दिशानिर्देश में उन्होंने साफ तौर से कहा है कि यदि कोई छात्र उक्त किसी भी बीमारी से ग्रस्त होता है तो सम्बन्धित विद्यालय प्रधानाचार्य प्रबन्धक का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा। क्या कुछ उपायों को अपनाने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है वह आप बिंदुवार पढ़ सकते हैं।

1. स्कूल के चारों ओर साफ-सफाई रखी जाये। साथ ही छात्र-छात्राओं को साफ-सफाई तथा डेंगू के बारे में पूर्ण जानकारी दी जाये।

2. स्कूल परिसर में मच्छरों के पनपने के स्थानों को समाप्त किया जाये। स्कूल प्रांगण, क्यारियों,गमलों आदि में पानी इकट्ठा न होने दें। इस सम्बन्ध में समस्त छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जाये।

3. स्कूल परिसर में लगे कूलरों का पानी निरन्तर बदलते रहें तथा पानी की टंकी व ओवरहैड टैंक ढके हुए होने चाहिए।
4. सभी कक्षा-कक्षों के दरवाजों व खिड़कियों में जाली लगी होनी चाहिए।

5. स्कूल के समस्त छात्र-छात्राओं को पूरी आस्तीन के कपड़े व पैरों में जुराबें पहनने हेतु जागरूक
किया जाये।

6. इस सम्बन्ध में छात्र छात्राओं में पोस्टर प्रतियोगिता, पेन्टिंग, निबन्ध / ड्रामा आदि क्रिया-कलाप कराते हुए डेंगू से बचाव हेतु जागरूकता फैलायी जाये।

7. छात्र-छात्राओं को डेंगू के सम्बन्ध में शिक्षा / जानकारी प्रदान करते हुए घर तथा घर के आस-पास के क्षेत्रों में एकत्रित पानी को नष्ट करने एवं डेंगू / मलेरिया “कैसे होता है” तथा “कैसे फैलता है” की जानकारी दी जाये।

8. प्रतिदिन प्रार्थना सभा के दौरान वैक्टर जनित रोगों के बारे में तथा इसके बचाव के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की जाये। साथ ही छात्र छात्राओं को यह भी निर्देशित किया जाये कि डेंगू / मलेरिया / चिकनगुनिया बचाव के सम्बन्ध में घर पर अभिभावकों को भी जागरूक किया जाये।

शासन एवं विभाग के संज्ञान में आया है कि कतिपय विद्यालयों द्वारा उक्तांकित निर्देशों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है और छात्र-छात्रायें पूरी आस्तीन की ड्रैस व जुराबें पहनकर विद्यालय नहीं आ रहे हैं, जिससे वैक्टर जनित रोग फैलने की सम्भावना है। अतः आपको पुनः निर्देशित किया जाता है कि उक्तांकित निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चितकरें। यदि किसी विद्यालय में आदेशों का अनुपालन न होने की स्थिति उत्पन्न होती है या कोईछात्र छात्रा वैक्टर जनित रोग से ग्रसित होता है तो इसके लिए सम्बन्धित विद्यालय प्रधानाचार्य प्रबन्धक का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा।

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