प्रधानों के सम्मान की रक्षा के लिए कांग्रेसी नेताओं ने किया धूप में तप,जोत सिंह बिष्ट की पहल पर हरदा के साथ कई नेताओं ने किया 1 घण्टे तप
देहरादून। केंद्र सरकार के द्धारा प्रवासियों के गांव पहुचने पर प्रधान को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसके तहत प्रवासियों की रेख देख के साथ प्रवासियों को कोरोन्टीन करने की जिम्मेदारी भी प्रधानों को सौंपी गई है। जिसकी जिम्मेदारी प्रधान उठा भी रही है लेकिन कोरोंटीन करने से लेकर प्रवासियों के खाने पीने के लिए लिए कोरन्टीन सेंटर में व्यवस्था करने को लेकर प्रदेश सरकार के द्धारा प्रधानों को बजट जारी न होने को लेकर कांग्रेस लगातार प्रदेश में सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है,कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने प्रधानों को बजट देने के साथ ही कोराना महामारी से लड़ने के लिए संसाधन मुहैया कराने की मांग को लेकर एक घंटे 11 बजे से लेकर 12 बजे चिलचिलाती धूप में बैठक धरना दिया। जोत सिंह बिष्ट का कहना है कि उनकी मांग है कि सरकार प्रधानों को इस समय कोराना महामारी से लड़ने के लिए संसाधनों के साथ प्रधानों के अधिकार भी बढ़ाएं। जोत सिंह बिष्ट का कहना है कि कोराना से जंग लड़ने के लिए जिम्मेदारी उत्तराखंड के ग्राम प्रधानों को दी गई लेकिन इस जिम्मेदारी के निर्वहन के लिए ग्राम प्रधानों को मेन पावर से लेकर आर्थिक संसाधन के नाम पर अब तक एक भी पैसा नहीं दिया गया।
सरकार ने की प्रधानों की छवि धूमिल – बिष्ट
जोत सिंह बिष्ट का कहना है कि राज्य सरकार और राज्य सरकार में जिम्मेदार पदों पर बैठे हुए मंत्रियों यहां तक कि मुख्यमंत्री ने बयान देकर के यह भ्रम पैदा किया कि पंचायतों को क्वारन्टीन की व्यवस्था के लिए संसाधन उपलब्ध करा दिए गए हैं। इससे गांव में इस ढंग का वातावरण बनाया गया कि जैसे प्रधान को पैसा मिल गया और वह खर्च नहीं करना चाह रहे हैं। सरकार के इस कृत्य से प्रधानों की छवि धूमिल हुई है सरकार के इस पंचायत विरोधी आचरण के खिलाफ मुख्यमंत्री हरीश रावत के मार्गदर्शन में आजे मेरे आह्वान पर प्रदेश भर में पंचायतों की मजबूती के पक्षधर लगभग 100 से अधिक साथियों ने अलग-अलग स्थानों पर अपने जिलों में अपने आवास पर चिलचिलाती धूप में बैठकर 1 घंटे का तप करके राज्य सरकार के गलत निर्णय का विरोध किया।
कई जिलों में कांग्रेसी नेताओं ने किया तप
जोत सिंह बिष्ट की पहल पर आज के इस कार्यक्रम के माध्यम से पंचायत की मजबूती के पक्षधर लोग ने राज्य सरकार से मांग की है कि प्रधानों की छवि धूमिल करने के अपराध के लिए राज्य सरकार पंचायतों और पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों से माफी मांगे। इस मुहिम के समर्थन में धरने में बैठने वाले नैनीताल से डॉक्टर रमेश पांडे,खष्टि बिष्ट,मनोहर आर्य,सतीश नैनवाल, अल्मोड़ा से पीतांबर पांडे,पूर्ण रौतेला और उनके साथी, बागेश्वर से हरीश ऐठानी एवं उनके साथी 8 जिला पंचायत सदस्य, चंपावत से भागीरथ भट्ट,सूरज प्रहरी के साथ कई लोग, पिथौरागढ़ से मथुरा दत्त जोशी,रुकमणी जोशी एवं चार अन्य लोग, उत्तरकाशी से जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्ट ,दिनेश गौड़ और अन्य साथी, टिहरी से वीरेंद्र कंडारी, शांति प्रसाद भट्ट ,अखिलेश उनियाल, अमेन्द्र बिष्ट, सूरत सिंह फौजी, माया राम लसियाल आदि बैठे, रुद्रप्रयाग से थपलियाल, शशि सेमवाल, रीता पुष्पवाण आदि,चमोली से हरि कृष्ण भट्ट एवं उनके कई साथी बैठे, उधम सिंह नगर से प्रीत ग्रोवर,विशाल ग्रोवर,राजीव ग्रोवर,सुमन सिंह,त्रिलोक सिंह मक्कड़, गुरु चरण सिंह,प्रकाश तिवारी,श्याम सिंह,शिव शर्मा,गुल्ली सैफ,अफसर अली,नौशाद,राजकुमार बैठे, देहरादून से अश्विन बहुगुणा,रितेश जोशी के साथ कई लोग बैठे तथा हरिद्वार से राव अफाक एवं उनके सहयोगी सभी लोगों ने 1 घंटे का तप करके पंचायतों की सम्मान की रक्षा की इस मुहिम में समर्थन दिया। जिनका जोत सिंह बिष्ट ने आभार व्यक्त किया है।