पीएम की मन की बात भी क्या प्राइवेट स्कूलों के लिए बना कमाई का जरिया,शिक्षा विभाग ने लिया संज्ञान,स्कूल को भेजा नोटिस
देहरादून। राजधानी देहरादून के जीआरडी निरंजनपुर एकेडमी स्कूल पर मनमामी का बड़ा आरोप लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100वें संस्करण पर भी छात्रों से फाइन वसूलना शुरू कर दिया है, जिसके खिलाफ अब अभिभावकों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया है । नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान की माने तो देश के लिए गर्व का विषय था कि प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम का यह 100 वा संस्करण था, लेकिन जिस तरीके से स्कूलों ने इसे भी कमाई का जरिया बनाया है वह सही नहीं है। इसी को लेकर उन्होंने देहरादून जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी से शिकायत की जिसके बाद देहरादून जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी के द्वारा स्कूल को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है, ऐसे स्कूलों पर शिक्षा विभाग के द्वारा सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जो अभिभावकों की जेब पर डाका डालने का कोई मौका नहीं चूकते हैं, स्कूल के द्वारा जिस तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात के 100 वें संस्करण के दिन स्कूल न आने पर 100 फाइन या फिर मेडिकल सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है, वह बेहद गलत है । क्योंकि मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिए भी 400 से 500 का खर्चा आ रहा है,इसलिए अभिभावकों ने उनसे शिकायत की थी उन्हें 100 जमा ही करने होंगे। इसलिए उन्होंने इस मामले की शिकायत मुख्य शिक्षा अधिकारी से की। 3 दिन के भीतर स्कूल को अपना जवाब देना होगा।
हालांकि स्कूल की तरफ से भी इसको लेकर अपना पक्ष रखा गया है,स्कूल का कहना है 100 जुर्माने वाली बात पूरी तरीके से गलत है शिक्षा विभाग को वह अपना स्पष्टीकरण देंगे। कार्यक्रम में जो बच्चे नहीं पहुंच पाए थे उनसे मात्र एक एप्लीकेशन लिखने के लिए कहा गया है।