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स्वास्थ्य मंत्री डाॅ धनसिंह रावत ने श्री दरबार साहिब में टेका मत्था,स्वास्थ्य मंत्री ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को राज्य सरकार का मजबूत स्वास्थ्य सहयोगी बताया

देहरादून। स्वास्थ्य मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने सोमवार को श्री दरबार साहिब में मत्था टेका। इस मौके पर स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपाधिपति डाॅ.विजय धस्माना व ग्राफिक ऐरा ग्रुप के चेयरमैन प्रो. कमल घनसाला भी श्री दरबार साहिब पहुंचे। तीनों माननीयों ने श्री दरबार साहिब के श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के साथ शिष्टाचार भेंट की व प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की।

सोमवार शाम को स्वास्थ्य मंत्री डाॅ धन सिंह रावत का काफिला श्री दरबार साहिब पहुंचा। श्री दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार स्वास्थ्य मंत्री डाॅ धन सिंह रावत, डाॅ विजय धस्माना व प्रो. कमल घनसाला का स्वागत किया गया। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने स्वास्थ्य मंत्री, डाॅ विजय धस्माना व प्रो. कमल घनसाला को श्री दरबार साहिब के स्मृति चिन्ह भेंट किए।
बैठक के दौरान राज्य की उच्च शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर तीनों ग्रुपों के प्रमुखों के साथ स्वास्थ्य मंत्री ने विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक बातचीत की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एसजीआरआर ग्रुप राज्य में शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र में सबसे पुराना नाम है। आज का दिन इसलिए भी विशेष है कि एसजीआरआर, एसआरएचयू व ग्राफिक ऐरा के प्रमुख एक साथ एक मंच पर राज्य की शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तार देने के लिए इक्टठा हुए हैं। पहाड़ की स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किए जाने, पहाड़ के दुर्गम व अति दुर्गम क्षेत्रों में अस्पताल खोले जाने व जिला अस्पतालों को गोद लिए जाने पर पर सकारात्मक चर्चा हुई। 14,15 व 16 जुलाई को देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री देहरादून में चिंतन शिविर के लिए एकत्रित होंगे। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, भारत सरकार मनसुख मांडविया बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में भाग लेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के तीनों प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान कार्यक्रम में महत्वपूर्णं सहभागिता निभाएंगे।

स्वास्थ्य मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने कहा कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की जो भी समस्याएं स्वास्थ्य विभाग व शासन स्तर पर लंबित हैं , उनका शीघ्र ही निस्तारण किया जाएगा। उच्च शिक्षा को राज्य में बेहतर से सर्वोत्तम बनाए जाने पर तीनों संस्थानों के प्रुमुखों ने महत्वपूर्णं प्रस्ताव सांझा किए।

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