मंच पर मेयर को नहीं मिली जगह तो जताई नाराजगी,केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी स्वीकारी गलती,तो आयोजकों ने मांगी माफी
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा देश के युवाओं को आज नियुक्ति पत्र बांटे गए तो, वही देश भर में वर्चुवल माध्यम से कार्यक्रम आयोजित किया गया,जिसके तहत राजधानी देहरादून में भी कई युवाओं को केंद्रीय कर्मचारी के रूप में चयन होने को लेकर नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। लेकिन नियुक्ति पत्र के लिए आयोजित किए गए इस रोजगार मेले में देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने उस समय नाराजगी जताई जब उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई,दरअसल केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट की अध्यक्षता में देहरादून में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी,धन सिंह रावत टिहरी सांसद भी मौजूद रही। वहीं देहरादून जिले के विधायक बृज भूषण गैरोला, मुन्ना सिंह चौहान और सविता कपूर भी मौजूद थी,लेकिन मंच पर ना तो विधायकों को बैठने के लिए जगह दी गई,और ना ही देहरादून के प्रथम नागरिक यानी कि देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा के लिए मंच पर कुर्सी लगाई गई। कार्यक्रम समापन होने से ठीक पहले जहां केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सभी विधायकों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया,तो वही जब देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा को मंच पर बुलाया गया तो उन्होंने इसको लेकर खुलकर अपनी नाराजगी जता दी, जिसके बाद अजय भट्ट ने मान मनोबल कर सुनील उनियाल गामा को मना लिया। उसके बाद अपने संबोधन में भी अजय भट्ट ने यह बात स्वीकारी की यह गलती वास्तव में हुई है, कि देहरादून के प्रथम नागरिक यानी कि देहरादून के मेयर के लिए मंच पर जगह नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यदि वह थोड़ा कार्यक्रम में समय से पहले आ जाते तो ऐसा ना होता, वही केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर आयुक्त कार्य लेकर द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसके बाद मंच से केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर के आयुक्त ने भी अपनी गलती स्वीकारी कि उनसे यह गलती हुई है, कि मेयर को मंच पर जगह नहीं दी गई। हालांकि कार्यक्रम में जब प्रधानमंत्री का उद्बोधन चल रहा था,तो तब सभी मंच से नीचे कुर्सियों पर ही बैठे थे, लेकिन जब प्रधानमंत्री का संबोधन समाप्त हुआ तो उसके उपरांत मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट और धामी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के साथ टिहरी सांसद को मंच पर जगह मिली । लेकिन देहरादून के मेयर की अनदेखी की गई,ऐसे में सवाल यह उठ रहे हैं कि जब देहरादून के मेयर को मंच पर जगह नहीं दी जानी थी तो तो कार्यक्रम में क्यों उन्हें आमंत्रित किया गया। हालांकि देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा को जहां भी निमंत्रण मिलता है कार्यक्रम में जरूर पहुंचते हैं,और राजधानी देहरादून में जहां पर भी प्रदेश सरकार के कार्यक्रम होते हैं तो अमूमन देखा जाता है कि मुख्यमंत्री की बगल में देहरादून के मेयर की कुर्सी नजर आती है। इतनी आग के कार्यक्रम में क्यों उन्हें मंच पर जगह नहीं मिली यह अपने आप में सवाल उठता है।फड़