उत्तराखंड से बड़ी खबर

उत्तराखंड के नाम कई पुरस्कार,सीएम धामी ने दी बधाई

देहरादून।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेन्सी (आई.टी.डी.ए.) को राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार प्रदान किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए निदेशक आई.टी.डी.ए. एवं अन्य अधिकारियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के अपुणी सरकार ई-पोर्टल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलना हम सबके लिये सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार राज्य में ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में की जा रही पहल को और गति प्रदान करने में भी सहायक होगा।

 

 

 

ज्ञातव्य है कि इंदौर में आयोजित 26वीं ई-गवर्नेंस कॉनफ्रेंस में राज्य की सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेन्सी (आई.टी.डी.ए.) द्वारा विकसित अपुणी सरकार पोर्टल को नेशनल ई-गवर्नेंस अवार्ड 2023 में रजत पदक प्राप्त हुआ है। इसके अंतर्गत एक ट्रॉफी एवं 5लाख का पुरुस्कार प्रदान किया गया है। आई.टी.डी.ए. की निदेशक नितिका खंडेलवाल, अपर निदेशक गिरीश गुणवंत, संयुक्त निदेशक राम उनियाल तथा प्रोजेक्ट मैनेजर सावन कपूर द्वारा उक्त पुरुस्कार केंद्रीय मंत्री  जितेंद्र सिंह के कर कमलों से 25 अगस्त, 2023 को इंदौर मध्य प्रदेश में प्राप्त किया गया।

 

 

 वहीं मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने 69वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों की सूची में उत्तराखंड की दो लघु फिल्म “पाताल-ती“ के लिए के लिए बिट्टू रावत को बेस्ट सिनेमैटोग्राफी एवं बेस्ट नॉन फीचर फिल्म हेतु सृष्टि लखेड़ा की गढ़वाली फ़िल्म “एक था गाँव“ को चयनित किए जाने पर दोनों फिल्मों के सभी परिश्रमी सदस्यों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैँ।

 

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इन युवाओं ने अपनी प्रतिभा के बल पर हिमालयी सरोकारों एवं पलायन जैसी गंभीर समस्या को राष्ट्रीय फलक पर लाने का कार्य किया है। ये फिल्में समाज को दिशा देने के साथ ही युवाओं को प्रेरणा देने का भी कार्य करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन युवाओं को मिला पुरस्कार राज्य का भी सम्मान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौंदर्य फिल्मकारों को देवभूमि उत्तराखण्ड के लिए आकर्षण का केन्द्र बना है। राज्य में फिल्मकारों को सुविधा प्रदान करने के लिये उनके हित में कई निर्णय लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मांकन के लिये पूरा उत्तराखण्ड एक डेस्टिनेशन है।

 

 

मुख्यमंत्री ने फिल्मजगत से जुड़े प्रदेशवासियों से अपेक्षा की कि उन्हें उत्तराखण्ड की इस पावन भूमि ने इस मुकाम तक पहुंचाने का अवसर दिया है। देश व दुनिया के साथ अपने प्रदेश का नाम रोशन करने में भी वे मददगार बने। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति परिवेश एवं पूर्वजो द्वारा दिये गए संस्कारों से जुड़ा रहना होगा। ये हमारी जड़े हैं। अपनी जड़ों से जुड़ा रहकर ही हम जीवन में सफल होंगे तथा हमारी पहचान बनी रहेगी।

 

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक भारतीय दुनिया में कहीं भी रहे, कितनी ही पीढ़ियों तक रहे, उसकी भारतीयता, उसकी भारत के प्रति निष्ठा, कभी कम नहीं होती। इसका कारण हमारी विशिष्ट सांस्कृतिक चेतना है, जिसमें भारत उसके दिल में हमेशा जीवंत रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने आज देश के साथ ही विदेश में रहने वाले भारतीयों के मन में पुनः सनातन संस्कृति की अलख जगाने का भी कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार न सिर्फ देश का भौतिक विकास कर रही है, बल्कि दुनियाभर में भारत की सनातन संस्कृति की कीर्ति पताका को फहराने का कार्य भी कर रही है।

सूचना महानिदेशक  बंशीधर तिवारी ने भी राज्य के इन यूवा फिल्मकारों को बधाई दी है। उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय के साथ अन्य अधिकारियों ने भी इसे राज्य के लिये बड़ी उपलब्धि बताया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!