पत्रकारिता छोड़ रिवर्स पलायन कर गोविंद ने अपने गांव में लिखी विकास की इबारत, ग्रामीणों के सपनों को कर रहे हैं साकार
देहरादून । उत्तराखंड जिले के पिथौरागढ़ के विकास खंड गंगोलीहाट के ग्राम सभा टुण्डचौडा के युवा ग्राम प्रधान मनीषा देवी और गोविन्द सिंह के साथ गांव के युवाओ द्वारा श्रमदान से सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा था, जिसे मुकाम तक पहुंचा दिया गया है, सबसे खास बात ये है कि गोविंद सिंह और उनकी पत्नी से रिवर्स पलायन कर गांव के विकास को मुकाम।तक पहुंचाने की ठानी है,कई बड़े मीडिया घरानों में वीडियो जनरलिस्ट की नौकरी कर रहे गोविंद सिंह और उनकी पत्नी जोकि मेडिकल फील्ड में जीएनएम करने के बाद पोस्ट बीएससी नर्सिंग कर रही थी रिवर्स माइग्रेशन होकर अपने गांव लौट आए,गोविंद की पत्नी ने प्रधानी का चुनाव लड़ा और गांव वालों ने रिवर्स पलायन कर गांव पहुंचे गोविंद सिंह और उनकी पत्नी के दिखाए सपनों पर मुहर लगाते हुए गोविंद की धर्म पत्नी को प्रधान के चुनाव में जीत दिला दी । गोविंद सिंह और उनके परिवार का रिवर्स माइग्रेशन करने का सबसे बड़ा मकसद था उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य और खुद के जिला पिथौरागढ़ 2 अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं चीन और नेपाल से लगा हुआ है, उत्तराखंड में पलायन रोकने का है।
सड़क पहुंचाने के सपने को किया साकार
ग्राम प्रधान मनीषा देव को ग्राम प्रधान बनने के बाद सबसे पहले अपनी ग्राम सभा के अंदर जल संचय के लिए सैकड़ों छोटे गड्ढे और 4 बड़े तालाबों का निर्माण किया,जिससे कि जल स्रोत पुनः जीवित हो जाएं और सालों से टूटे पढ़े रास्तों को ठीक कर सीसी मार्ग का निर्माण किया । इसी बीच कोरोना महामारी के चलते महानगरों से युवाओं का गांव की तरफ पलायन हुआ जिसमें ग्राम सभा टुण्डाचौडा के युवा भी शामिल थे। इस बीच जितने भी परिवार और युवा गांव में आए उनके रहने खाने और संस्थागत संरक्षण की जिम्मेदारी लेते हुए डब्ल्यूएचओ और सरकार के नियमों का पालन करा कर संपन्न कराया। इसी बीच गांव में युवाओं को मनरेगा के तहत रोजगार दिया। साथ ही युवाओं को अपने ग्राम सभा को मेन सड़क से जोड़ने के लिए प्रेरित कर गोविंद सिंह द्वारा गांव के युवाओं के साथ श्रमदान द्वारा सड़क निर्माण की पहल की गई जिसके अंतर्गत ग्राम सभा के युवाओं द्वारा लगभग 1 किलोमीटर सड़क का निर्माण फावड़ा और गैती बेलचा लेकर किया गया। इस सड़क निर्माण में आ रहे खेतों को गांव वालों ने सड़क निर्माण के लिए दान कर दिया, 12 दिन की कड़ी मेहनत के बाद आसपास के 3 गांव का भी सहयोग टुंडाचौड़ा के युवाओं को प्राप्त हुआ।
सरकार ने भी किया सहयोग
इसी बीच गोविंद सिंह के प्रयास से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत समाजसेवी राम सिंह बिष्ट स्थानीय विधायक मीना गंगोला राजेंद्र जोशी वरिष्ठ पत्रकार का साथ मिला। इस मुहिम में अब दो जेसीबी समाजसेवी राम सिंह बिष्ट जी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट और राजेंद्र जोशी जी के सहयोग से गांव वालों को मिला। साथ ही एक जेसीबी पत्थर कटान के लिए ग्रामसभा टुण्डाचौडा और दुगई आगर ने मिलकर लगाई जिसका पूरा खर्चा दोनों ग्राम सभाओं ने उठाया इसमें लगभग इस पत्थर को कटान में 200000 का खर्चा आया जो कि दोनों ग्राम सभाओं ने वहन किया। आज ग्राम सभा टुण्डाचौडा के साथ ग्रामसभा दुगई आगर और ग्राम सभा इटाना तक सड़क निर्माण हो चुका है। आज इस सड़क निर्माण पूरा होने के बाद ग्रामसभा टुण्डाचौडा तक वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है आजादी के बाद विकास की बाट जो है इन ग्राम सभाओं मैं आज दिवाली का पर्व मनाया जा रहा है लगभग चार पीढ़ियों से सड़क की मांग उठ रही थी।जिसे आज ग्राम प्रधान मनीषा देवी और गोविंद सिंह के साथ सैकड़ों युवाओं ने मुकाम तक पहुचाया है।
गांव में खुशी का माहौल
पहाड़ों में गांव के सड़क से नहीं मिलने के कारण कई गर्भवती महिलाएं रास्ते में ही शिशु को जन्म दे देती हैं साथी कई बीमार व्यक्ति सड़क के अभाव मैं रास्ते में ही अपना दम तोड़ देते हैं उत्तराखंड एक सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है लिहाजा सेना में सभी गांव की भागीदारी बढ़ चढ़कर रहती है आज भी कई भूतपूर्व बुजुर्ग सैनिक सड़क न होने से डोली और घोड़ों में अपनी पेंशन लेने शहर जाते हैं आज गोविंद सिंह और ग्राम प्रधान मनीषा देवी के साथ युवाओं ने इस सड़क के निर्माण कर कर करके सभी के आंखों में खुशियां भर दी हैं