उत्तराखंड : मंगलौर और बद्रीनाथ विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस की जीत,भाजपा उम्मीदों को झटका,दोनों दलों के अध्यक्ष की के बयान आए सामने
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के लिए आज का दिन बेहद खास दिन साबित हुआ है काफी सालों के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला है जिसका नजर कांग्रेस भवन में भी देखने को मिला मंगलोर विधानसभा उपचुनाव और बद्रीनाथ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत के बाद दोनों विधानसभाओं में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उत्साह तो मनाया ही साथ ही कांग्रेस भवन में भी कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा भी इस दौरान मौजूद रहे। बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार लखपत बुटोला ने भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र भंडारी को 5224 बड़े अंतर से चुनाव हरा दिया,वहीं मंगलोर विधानसभा सीट पर कांग्रेस करीबी मुकाबले में भाजपा उम्मीदवार से चुनाव जीत गयी,कांग्रेस उम्मीदवार काजी निजामुद्दीन ने भाजपा उम्मीदवार करतार सिंह भड़ाना को 424 वोट से चुनाव हार दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने का बयान
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने दोनों सीटों पर जीत को लेकर सभी कार्यकर्ताओं को बधाई दी है,साथ ही कहा है कि मंगलौर और बद्रीनाथ तो झांकी है,अब केदारनाथ की भी बारी है। कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि दोनों विधानसभा सीटों की जनता ने उन मुद्दों पर वोट किया है जो प्रदेश सरकार के खिलाफ गए। 2027 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार भी बनाएगी यह नतीजा ईश्वर इशारा कर रहे हैं।
हार की होगी समीक्षा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उपचुनाव में मिली हार को स्वीकार करते हुए कहा कि जनता ने जो भी जनादेश दिया है उसे भाजपा स्वीकार करती है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अब हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बताया कि चाहे प्रत्याशी चयन को लेकर उठे सवाल हो या फिर कार्यकर्ताओं के द्वारा किए गए कार्य,भाजपा आगामी दिनों में सभी चीजों की समीक्षा होगी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने अपना कर्तव्य निभाया है जिसने चुनाव से पहले भंडारी को टिकट देने की बात हुई थी,पार्टी के हर कार्यकर्ता ने अपना पूरा कार्य किया है,और उसी का परिणाम है कि मंगलौर में भाजपा जीत के इतने करीब पहुंच पाई है। महेंद्र भट्ट ने इशारों ही इशारों में बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर उम्मीदवार के चयन और राजेंद्र भंडारी के पूर्व में दिए गए विवादित बयानों को भी हार की वजह की समीक्षा करने की बात कही है।