स्वतंत्रता दिवस तथा महर्षि अरविंदो घोष के जन्म दिवस पर वृक्षारोपण
देहरादून। 15 अगस्त 2024 को उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हर्रावाला के परिसर में दिव्य प्रेम सेवा मिशन के तत्वाधान में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया. यह वृक्षारोपण कार्यक्रम महर्षि अरबिंदो घोष के जन्म दिवस और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में किया गया जिसमें कई फलदार और औषधीय पौधों का वृक्षारोपण किया गया.
वृक्षारोपण कार्यक्रम की अध्यक्षता सत्येन्द्र सिंह के द्वारा की गयी, इस कार्यक्रम में दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक आदरणीय आशीष जी, संघ के वरिष्ठ अधिकारी माननीय लक्ष्मी प्रसाद जयसवाल तथा मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० अरुण त्रिपाठी उपस्थित थे.
सर्वप्रथम श्री सत्येन्द्र सिंह ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक आदरणीय आशीष जी को तुलसी की माला पहनाकर उनका स्वागत किया तत्पश्चात श्री आशीष जी ने मुख्य अतिथि प्रो० अरुण त्रिपाठी, श्री लक्ष्मी प्रसाद जयसवाल और श्री सत्येन्द्र सिंह को तुलसी की माला पहनाकर उनका स्वागत किया.
श्री लक्ष्मी प्रसाद जयसवाल ने अपने संबोधन में दिव्य प्रेम सेवा मिशन के क्रियाकलापों पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्यों से श्री आशीष जी के जीवन परिचय, उनके अध्यात्मिक कार्यों और कुष्ठ रोगियों के उत्थान हेतु उनके द्वारा किये जा रहे सेवा भाव से अवगत करवाया.
दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक श्री आशीष जी ने अपने संबोधन में कहा कि आज स्वंत्रता दिवस होने के साथ ही महर्षि अरबिंदो घोष का जन्म दिवस भी है, उनके जन्मदिवस और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में यह वृक्षारोपण कार्यक्रम आज पूरे देशभर में अलग अलग राज्यों में किया जा रहा है. हमें आजादी हमारे पूर्वजों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मेहनत और बलिदान के फलस्वरूप प्राप्त हुयी है, हमें उनके बलिदान को भूलना नहीं चाहिये.
श्री आशीष जी ने कहा कि जैसे हमारे पूर्वजों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपनी मेहनत और बलिदान से देश को आज़ादी दिलाई है वैसे ही हमारा भी फर्ज बनता है कि हम उनके बलिदान को हमेशा याद रखें और उनसे प्रेरित होकर देश की आने वाली पीढ़ियों के लिये हम भी कुछ ऐसा करें कि आने वाली पीढियां भी हमको याद करें. इसके लिये हमें ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने हैं उनका संरक्षण और संवर्धन भी करना है, जिससे हमारी आने वाली पीढियों को स्वच्छ हवा और स्वच्छ वातावरण मिले, उन्हें फलदार वृक्षों से फल प्राप्त हों, औषधीय वृक्षों से औषधि प्राप्त हो सके. श्री आशीष ने कहा हमारे पूर्वजों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के लिये यही एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिये हम सबकी तरफ से यह एक सर्वोत्तम तोहफा होगा.
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों के साथ विश्वविद्यालय के सभी अधिकारीयों और छात्रों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया, जिसमें कई फलदार पौधे आम, अमरुद, जामुन तथा औषधीय पौधों में नीम, अर्जुन, पीपल, बरगद इत्यादि भी लगाये गये.
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के अधिकारी, स्टाफ और छात्रों सहित कई गणमान्य व्यक्ति तथा सेवा संगठनों से जुडे कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे. कार्यक्रम में कुलसचिव श्री राम जी शरण शर्मा, प्रो० राधा बल्लभ सती, प्रो० दधीची, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री संजीव पांडे, श्री नरेन्द्र लाल, श्री राज बहादुर थापा, श्री प्रदीप गोयल, श्री सुभाष वर्मा, श्री सुरेन्द्र उनियाल, श्री स्वपनिल सिन्हा, श्री मुकेश यादव, श्री संदीप कुमार, श्री अमित कुमार, श्री मनीष प्रजापति आदि कई अन्य गणमान्य और सामाजिक संस्थाओं से जुडे कार्यकर्ता उपस्थित थे.