गम्भीर बीमारी वाले शिक्षकों और कार्मिकों मिलने वाली है अनिवार्य सेवानिवृत्ति,शिक्षा महानिदेशक ने आदेश किया जारी,मंगाई गई रिपार्ट
देहरादून। उत्तराखंड शिक्षा विभाग में अटैचमेंट को लेकर उठे सवालों पर अब शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत जहां गंभीर नजर आ रहे हैं,वहीं 24 सितंबर को शिक्षा मंत्री के द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की गई थी,और उसमें उन्होंने अभी तक अनिवार्य सेवा निवृत्ति को लेकर शिक्षकों और कार्मिकों के चयन न किए जाने को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की थी,जिसके बाद शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान के द्वारा अब माध्यमिक प्रारंभिक और अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक को आदेश जारी करते हुए तीन दिन के भीतर ऐसे शिक्षक और कर्मचारियों का चयन करने की आख्या उपलब्ध कराने की निर्देश दिए हैं जो शारीरिक व मानसिक रूप से अस्वस्थ है,आदेश में शिक्षा महानिदेशक की तरफ से शरीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ शिक्षक कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति किए जाने के कारण जहां एक और संबंधित विद्यालयों में पढ़ाई वह कार्यालय में शासकीय कार्य प्रभावित होने की बात कही गई है,वहीं दूसरे तरफ ऐसे शिक्षक और कार्मिकों के द्वारा अपने हस्तांतरण और अटैचमेंट के लिए विभाग पर दबाव बनाए जाने की भी बात कही है। कुल मिलाकर इस बार विभाग में अटैचमेंट को लेकर मामला गंभीर नजर आ रहा है ऐसे में देखना यही होगा कि क्या वास्तव में जो अटैचमेंट के नाम पर गंभीर बीमारी का बहाना बनाते हैं और जो वास्तव में गंभीर रूप से बीमार है उनके लिए इस बार विभाग अनिवार्य सेवा निवृत्ति के नियम को लागू करते हुए ऐसे शिक्षक और कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति देगा जो वास्तव में बीमार है लेकिन बीमारी का बहाना लेकर जो शिक्षक अटैचमेंट पर है क्या उन पर भी कोई एक्शन विभाग लगा जो फिट है।