IAS तिवारी खींच रहे हैं अलग ही लकीर,अधिकारी के प्रयासों से बदलेगी अब जिले के गांवों की तस्वीर
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जनपद में बदलाव की नई बयार बह रही है, और इसका श्रेय ऊर्जावान जिलाधिकारी संदीप तिवारी को जाता है। अपनी अनूठी कार्यशैली और विकासोन्मुख सोच के चलते वे पूरे जनपद में लोकप्रियता के शिखर पर पहुंच रहे हैं। उनके नेतृत्व में प्रशासनिक फैसले न केवल जनहितकारी साबित हो रहे हैं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों को भी आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर कर रहे हैं।
◾मैठाणा: आदर्श गांव की ओर
अगर बात की जाए दशोली ब्लॉक के मैठाणा गांव की, तो यह जिलाधिकारी संदीप तिवारी की दूरदृष्टि का प्रत्यक्ष प्रमाण बन चुका है। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने इस गांव को आदर्श गांव बनाने का संकल्प लिया और अपनी सोच को साकार करने के लिए लगातार प्रयासरत रहे। कई दौरों के माध्यम से उन्होंने न केवल गांव की आवश्यकताओं को समझा, बल्कि रोजगार, पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए ठोस कदम भी उठाए।
आज उनके प्रयासों से गांव में बंजर भूमि का उपयोग कर कीवी उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त बनने का अवसर मिल रहा है। इसके अलावा, उच्च स्तरीय स्टेडियम, हाट बाजार, पर्यटक आवास तथा ऐतिहासिक स्थलों के रखरखाव और सौंदर्यीकरण का कार्य भी तेजी से प्रगति पर है।
◾संस्कृति और परंपरा को सहेजने की पहल
गांव के प्राचीन लक्ष्मीनारायण मंदिर को पारंपरिक शैली में संवारने का कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। पत्थरों से सुसज्जित इस मंदिर को और भव्य बनाने के लिए स्थानीय शिल्पकला का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। हालांकि, मुख्य द्वार पर सीमेंट और टाइल्स का उपयोग न हो, इस संबंध में जिलाधिकारी से अनुरोध रहेगा कि द्वार का निर्माण पारंपरिक पत्थरों और तुन या शीशम की लकड़ी से किया जाए। इससे मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व और अधिक बढ़ेगा।
◾गांव लौट रहे प्रवासी, बदल रहा परिदृश्य
गांव की इस प्रगति ने प्रवासी ग्रामीणों को भी अपनी जड़ों की ओर लौटने के लिए प्रेरित किया है। जनपद चमोली के भिन्न – भिन्न गांवों में प्रवासी परिवार ने अपने पैतृक भवन की नींव को पुनः तलाश कर उन्हें संवारने का कार्य करने लगे हैं जो कि आने वाले दिनों के लिए अच्छे संकेत भी हैं। बीते वर्षों में पर्वतीय क्षेत्रों में उत्तराखंड सरकार द्वारा भी हर छोटे बड़े गांवों तक रोड़ कनेक्टिविटी दी जा रही है जिसका लाभ भी अब पहाड़ों में दिखाई देने लगा है। ख़ासकर चमोली जिले में अनेकों परिवार वापस गांव लौटे हैं और वह अपने पैतृक भवनों के पुनर्निर्माण में जुट गए हैं।
◾आने वाले महीनों में दिखेगा अभूतपूर्व बदलाव :
यह स्पष्ट है कि अगले 5 से 7 महीनों में मैठाणा गांव एक नए स्वरूप में दिखेगा। आर्थिक समृद्धि, सांस्कृतिक जागरूकता और पर्यटन विकास की दृष्टि से यह बदलाव न केवल गांववासियों के लिए बल्कि पूरे जनपद के लिए एक मिसाल बनेगा। जिलाधिकारी संदीप तिवारी जी की सकारात्मक सोच और क्रियान्वयन क्षमता ने यह साबित कर दिया है कि जब किसी कार्य को करने की सच्ची इच्छा होती है, तो बदलाव निश्चित रूप से संभव होता है।
◾चमोली में DM संदीप तिवारी की अनोखी पहलें
🔹 8 KM पैदल चलकर ग्रामीणों के बीच पहुंचे DM
DM संदीप तिवारी खुद 8 किमी पैदल चढ़ाई कर डुमक और कलगोट पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और सड़क निर्माण के नए सर्वे का निरीक्षण किया। 8.87 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा गया।
🔹 चमोली में बनेगी अंतरिक्ष प्रयोगशाला
DM की पहल से जिले में एयरोस्पेस लैब स्थापित होगी, जिससे छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान की आधुनिक शिक्षा मिलेगी। बोइंग एयरोस्पेस और PMO के सहयोग से इस योजना पर काम जारी है।
🔹 मैठाणा को मॉडल विलेज के रूप में विकसित किया जाएगा
यहां कीवी उत्पादन का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने जा रहा है। ट्रेलिस सिस्टम और इंटरक्रॉपिंग से किसानों को दोहरा लाभ मिलेगा। ऐतिहासिक लक्ष्मी नारायण मंदिर का सौंदर्यीकरण भी जारी है।
🔹 कोठियालसैंण व जोशीमठ को सब्जी उत्पादन का हब बनाया जाएगा
DM ने जिले को सब्जी उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए हाईटेक नर्सरी स्थापित करने और 25-25 हेक्टेयर में खेती शुरू करने के निर्देश दिए। किसानों को प्रशिक्षण देकर सब्जी उत्पादन से जोड़ा जाएगा।
🔹 मॉडल विलेज के रूप में मशरूम उत्पादन का विस्तार
आदिबद्री, मालसी, खेती गांवों में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां ऑर्गेनिक मशरूम की मांग बढ़ी है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है। बाहरी किसान भी सीखने आ रहे हैं।
DM संदीप तिवारी की ये पहलें चमोली को विकास और आत्मनिर्भरता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
◾DM संदीप तिवारी के कार्यों की जनता कर रही सराहना
सीमांत जनपद चमोली में DM संदीप तिवारी द्वारा किए जा रहे रचनात्मक कार्यों की लोग खुलकर प्रशंसा कर रहे हैं। उनकी दूरदर्शिता और जमीनी प्रयासों से जिले में विकास की नई लहर दिख रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि सभी अधिकारी इसी ऊर्जा और समर्पण के साथ कार्य करें, तो समस्याओं का समाधान जल्द संभव होगा।
जनपदवासियों को उम्मीद है कि राज्य सरकार DM तिवारी की काबिलियत का पूरा लाभ उठाएगी और उनके नेतृत्व में चमोली जल्द ही एक मॉडल डिस्ट्रिक्ट के रूप में उभरेगा।