पूर्व सैनिक राजेंद्र रतूड़ी का ऑपरेशन सिंदूर पर बयान,भारतीय सेना ने दिखाई अपनी ताकत
देहरादून। देशभक्ति एक भावना है, जो केवल वर्दी तक सीमित नहीं रहती। इसका जीवंत उदाहरण हैं पूर्व सैनिक राजेंद्र रातूडी,जिन्होंने वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध में मातृभूमि की रक्षा करते हुए बहादुरी का परिचय दिया, और आज भी उसी समर्पण से राष्ट्र सेवा में जुटे हैं, हम पूर्व सैनिक पूरे जोश और निष्ठा के साथ बॉर्डर पर जाने के लिए तैयार है, देश की रक्षा करना हमारा प्रथम कर्तव्य है ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों एव एयर बैसो को तबाह किया अत्यंत सटीकता और मर्यादा के साथ। यह भारत की नीति को दर्शाता है –”न्याय के साथ युद्ध, और युद्ध में भी संयम आज पूरा देश एक स्वर में अपनी सेना के साथ खड़ा है। हर नागरिक के दिल में गर्व और सम्मान की भावना है। सोशल मीडिया से लेकर गाँव की चौपालों तक, हर जगह एक ही बात है – “भारत झुकेगा नहीं, भारत रुकेगा नहीं।” जब अस्तित्व पर प्रहार हो, तो युद्ध ही वीर का प्रमाण होता है।” भारतीय सेना ने न केवल देश की सीमाओं की रक्षा की है, बल्कि यह भी दिखाया है कि भारत शांति चाहता है, पर कमजोरी नहीं है। यह वीरता का प्रमाण है,संयम और साहस का समन्वय। भारतीय सेना पाकिस्तान की नापाक हरकतो का मुह तोड़ जबाब दे रही है हमारी सेना हर परिस्थिति में तैयार है।” सेना से सेवानिवृत्त बाद भी उनकी देश सेवा की भावना नहीं थमी। वर्तमान में वे उत्तराखंड सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। प्रशासनिक सेवा में रहकर वे अनुशासन, कार्यकुशलता और समर्पण के साथ अपना योगदान दे रहे हैं।