उत्तराखंड से बड़ी खबर,फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक,आयोग ने लिया बड़ा फैसला
देहरादून। उत्तराखंड सेवा अधिनस्थ चयन आयोग के द्धारा फाॅरेस्ट गार्ड भर्ती परिक्षा को लेकर अब आयोग ने बड़ा कदम उठाया है,अब तक एसआईटी जांच में जिन चीजों का खुलासा हुआ है,आयोग ने उन खुलासों को सार्वजनिक किया है। आयोग ने एसआईटी जांच में किए गए पहलुओं के खुलासों को सार्वजनिक करते किया है और अब भर्ती परिक्षा में शामिल होने वाले परिक्षार्थियों से भर्ती को लेकर फीड बैक मांगा है कि उनकी राय भर्ती प्रक्रिया को लेकर क्या है। उसी के बाद आयोग इस समन्ध में निर्णय लेगा। यानी आयोग का मन्तव्य साफ है कि भर्ती प्रक्रिया को लेकर भर्ती में शामिल होने वाले परिक्षार्थियों की राय क्या आती है आयोग उसी के बाद निर्णय लेगा। आयोग को यादि अगर दोबारा लिखित परीक्षा करानी पड़ी तो आयोग के लिए बड़ा चैंलेंजिंग होगा।
लिखित परीक्षा में हुई थी नकल
फाॅरेस्ट गार्ड भर्ती की लिखित परीक्षा की जांच कर रही एसआईटी ने जो जांच रिपोर्ट आयोग को सौंपी है,उसको आयोग ने सार्वजनिक करते हुए कहा है कि 188 परिक्षा केंद्रों में दो पालियों में सम्म्पन हुई,लिखित परीक्षा में 22 परीक्षा केद्रों में ब्लूटूथ डिवाईस से 57 परिक्षार्थियों के नकल होने की पुष्टि हुई है,जिनमें 31 को चिन्हित कर लिया गया है,जबकि 26 परिक्षार्थियों को को लेकर जांच चल रही है।
26 परिक्षार्थियों का पकड़ा जाना बाकि
फाॅरेस्ट गार्ड भर्ती की लिखित परीक्षा में जहां 31 परिक्षार्थिंयों को चिन्हित कर लिया गया है वहीं सबसे बड़ी चुनौति अभी 26 परिक्षार्थियों को चिन्हित किए जाने कि है,जैसे ही 26 नकलची परिक्षार्थियों को पकड़ लिया जाएगा। वैसे ही कहा जा सकता है पार्दशिता के मानकों पर ये परीक्षा पूरी हुई है। खैर मामले की जांच कर रही है एसआईटी पर सबको भरोषां है कि जल्दी ही 26 नकलची परिक्षार्थियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
सीएम ने आयोग की करी सरहाना
कांग्रेस के द्धारा जब फाॅरेस्ट गार्ड भर्ती परिक्षा में सीघ्र जांच का परिणाम घोषित करने को लेकर सचिवालय कूच किया गया तो मुख्यमंत्री ने साफ तौर से कहा था कि सरकार किसी भी परिक्षार्थि के साथ अन्याय नहीं होने देगी। और जो भी जांच रिपोर्ट होगी उसको सार्वजनिक किया जाएगा। अब जब उत्तराखंड सेवा अधिनस्थ चयन आयोग ने एसआईटी की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है। तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सेवा अधिनस्थ चयन आयोग की सरहाना करते हुए कहा है कि सरकार की जो सोच है कि यदि कहीं पर कोई आक्षेप या आरोप लगता है कि तो उसकी जांच रिपोर्ट का सार्वजनिक किया जाना चाहिए और आयोग ने फाॅरेस्ट गार्ड भर्ती की लिखित परीक्षा की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करते हुए सरकार की सोच को भी सार्वजनिक किया है,इसके लिए वह आयोग का धन्यवाद अदा करते है।