शिक्षकों के तबादले के धंधे बाज़ी की कांग्रेस ने जांच की मांग,सीएम कराएं सेवानिवृत्त जज से शिक्षकों के तबादलों की जांच
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने उत्तराखंड में शिक्षकों के तबादले में हो रही धंधे वाजी पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इस गंभीर मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है । उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है राज्य में तबादला एक तरह से धंधा बन चुका है और केवल शिक्षा विभाग में ही नहीं बल्कि प्रशासन के तमाम विभागों में रोज ऐसी खबरें छपती रहती हैं जिस में पता चलता है कि राज्य में शिक्षकों, कर्मचारियों ,अधिकारियों के तबादलों ने एक ,”उद्योग धंधे” का रूप ले लिया है । धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि हम लोग बेरोजगारी में तो भारत में पहले नंबर पर आ गएहै लेकिन उद्योग धंधों की भी अगर रिकॉर्ड निकाला जाएगा तो शायद “तबादला उद्योग” के धंधे में उत्तराखंड पहले नंबर पर आ जाए। उन्होंने खास तौर पर शिक्षा विभाग में हो रहे तबादलों में घालमेल को चिंताजनक बताते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इस मामले की हाई कोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज से जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि तबादलों में भारी धांधली पैसा और भाई भतीजावाद चल रहा है ।इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ना किया गया तो कांग्रेस पार्टी और राज्य निर्माण आंदोलनकारी सड़कों पर उतर कर इसका विरोध करेंगे।