त्रिवेंद्र सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने वाले विधायक ने,सीएम तीरथ के लिए सीट छोड़ने का किया ऐलान,तीरथ को बताया ईमानदार नेता
देहरादून। उत्तराखंड की सल्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा जहां गहन मंथन कर रही है, और अभी तक पार्टी ने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है, वही माना जा रहा है कि सुरेंद्र सिंह जीना के भाई महेश जीना को भाजपा प्रत्याशी बना सकती हैं । लेकिन इन सबके बीच उत्तराखंड में एक और उपचुनाव होना है, और वह उपचुनाव मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को लड़ना है । मुख्यमंत्री बनने के 6 महीने के भीतर तीरथ को विधायकी का चुनाव जीतना जरूरी है। तीरथ सिंह रावत अभी लोकसभा सीट पौड़ी से सांसद हैं। लेकिन अगले 6 महीने के भीतर उन्हें विधानसभा चुनाव जीतना जरूरी है । ऐसे में भाजपा के कई विधायकों ने सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ने के लिए ऑफर कर चुके हैं। सबसे पहले बद्रीनाथ से भाजपा विधायक महेंद्र भट्ट उसके बाद कोटद्वार से विधायक और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने भी मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के लिए सीट छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं,लेकिन अब एक और भाजपा विधायक मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ने का एलान कर चुके हैं,जी हां त्रिवेंद्र सरकार में भ्रष्टाचार को लेकर खूब हल्ला मचाने वाले और अपनी ही सरकार के खिलाफ विधानसभा में मोर्चा खोलने वाले भाजपा विधायक पूरन फर्त्याल ने भी मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ने का ऐलान किया है । पूरन सिंह फर्त्याल का कहना है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बेहद सुलझे और ईमानदार नेता है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के नाते और 2012 से लेकर 2017 तक वह उनके साथ विधायक रहें है,लेकिन उनके काम करने की शैली और अपनत्व का जो भाव है,वह उन्हें खास बनाता है,तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ मिनट बाद ही उन्होंने अपने मन मे सोच लिया था,कि यदि मुख्यमंत्री के लिए लिए सीट छोड़नी हो तो वह सबसे पहले सीट छोड़ने को तैयार है। आपको बता दें कि पूरन सिंह फर्त्याल पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से खासे नाराज थे और उनकी नाराजगी का आलम इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब से उन्होंने जौलजीबी टनकपुर मोटर मार्ग के निर्माण के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई और तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनकी मांग को नजर अंदाज किया तो उन्होंने 8 महीने तक त्रिवेंद्र सिंह रावत से कोई मुलाकात नहीं की, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है, कि एक विधायक अगर अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री से 8 महीने तक नहीं मिल रहा है तो उनके मन में मुख्यमंत्री के प्रति कितनी नाराजगी रही होगी यही वजह है कि तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने से पूरन सिंह फर्त्याल बेहद खुश भी है, और उन्हें उम्मीद है कि उन्होंने भ्रष्टाचार का जो मामला उन्होंने उठाया था उस पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बड़ा एक्शन लेंगे और यही वजह है कि वह मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ने के लिए भी तैयार है।