उत्तराखंड से आज बड़ी खबर,ऐतिहासिक झंडा मेले के लिए गाइड लाइन जारी,कई तरह की पाबन्दियां,पढ़िए पूरी खबर
देहरादून। ऐतिहासिक झंडा मेला दो अप्रैल को झंडा जी के आरोहण के साथ शुरू हो रहा है। झंडा मेला में शरीक होने के लिए देशभर व विशेषकर पंजाब से संगतें दून पहुंचती हैं। कोरोना की दूसरी लहर के बीच मेले के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन के समक्ष चुनौती बढ़ गई है। लिहाजा, मेले के आयोजन को लेकर शनिवार को जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर दी है।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के आदेश के मुताबिक बिना आरटी-पीसीआर की निगेटिव जांच के बाहर से आने वाली संगतों व व्यक्तियों को मेले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
जिलाधिकारी के आदेश के मुताबिक अधिकतम 72 घंटे पुरानी ही आरटी-पीसीआर जांच मान्य होगी। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मेले में उतने ही व्यक्तियों को प्रवेश दिया जाए, जितना अति आवश्यक हो। मेला स्थल पर अनावश्यक भीड़ जमा न होने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। पूर्व के वर्षों में मेले के दौरान विभिन्न दुकानें व झूले आदि लगाए जाते थे। गत वर्ष की तरह इस बार भी इस पर प्रतिबंध लगाया गया है। जिलाधिकारी ने आदेश में कहा है कि मेला क्षेत्र में गोल घेरे बनाकर श्रद्धालुओं के बीच शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराया जाए। बिना मास्क के किसी भी व्यक्ति को मेला स्थल में प्रवेश न करने दिया जाए। इस तरह के प्रयास किए जाएं कि मेले का प्रसारण इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लाइव किया जाए।
60 वर्ष से अधिक उम्र वाले व बच्चे न करें प्रतिभाग
जिला प्रशासन के आदेश के मुताबिक 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, बीमार व्यक्तियों व बच्चों को मेले में प्रतिभाग न करने की सलाह दी गई है। ऐसा उनकी कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता को देखते हुए कहा गया है। सभी व्यवस्थाओं का अनुपालन सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी सिटी मजिस्ट्रेट व उपजिलाधिकारी सदर को दी गई है।
दिशा-निर्देश जारी
मेला क्षेत्र में जगह-जगह कोरोना संक्रमण की रोकथाम की जानकारी, गाइडलाइन, कंट्रोल रूम नंबर जागरूकता के लिहाज से प्रसारित करने को कहा गया।
बुखार, जुकाम से पीडि़त व्यक्ति मेले में प्रवेश न करें।
जहां तक संभव हो मेले में खाद्य सामग्री का वितरण न किया जाए। आवश्यक होने पर डिस्पोजेबल प्लेट, गिलास का प्रयोग किया जाए।
मेला क्षेत्र में गंदगी न फैले, इसके लिए जगह-जगह कूड़ादान रखने के भी निर्देश दिए गए।
मेला क्षेत्र में प्रवेश के लिए उचित सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की जाए।
मेले में प्रवेश के लिए थर्मल स्कैनिंग के उचित इंतजाम किए जाएं।
मेले में भाग लेने वाले व्यक्ति अपने फोन में आरोग्य सेतु एप को इंस्टॉल करें।