उत्तराखंड भाजपा में अंतर्कलह को लेकर बड़ी खबर,विधायक विनोद चमोली पर कार्यकर्ताओं ने लगाए गम्भीर आरोप
देहरादून। उत्तराखंड में 2022 फतह हासिल करने को लेकर जहां भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया है। वही मुख्यमंत्री का चेहरा बदले जाने को लेकर जनता में भी भाजपा ने स्पष्ट संदेश दिया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने से भाजपा 2022 का विधानसभा चुनाव जीतना चाहती हैं। लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने के साथ ही अब विधायकों के खिलाफ भी आक्रोश भाजपा कार्यकर्ताओं में देखने को मिल रहा है ताजा मामला धर्मपुर से भाजपा विधायक विनोद चमोली को लेकर कार्यकर्ताओं में रोज देखने को मिल रहा है धर्मपुर विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ता और नेता विनोद चमोली के खिलाफ एक मैसेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल कर रहे हैं जिससे समझा जा सकता है कि धर्मपुर विधानसभा में भाजपा के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। वायरल मैसेज में भाजपा कार्यकर्ता विनोद चमोली पर संघ के कार्यकर्ताओं को ठिकाने लगाने और भाजपा कार्यकर्ताओं में लड़ाई झगड़ा कराने में महारत हासिल करार दे रहे हैं साथ ही कह रहे हैं कि विनोद चमोली ने 4 साल में विकास कामों को कराने की वजह कार्यकर्ताओं में लड़ाई कराने का काम किया। क्या कुछ मैसेज वायरल किया जा रहा है आप भी पढ़ सकते है।
आगामी 2022 के चुनाव को देखते हुए धर्मपुर विधानसभा में एक नई बहस शुरू हो गई है। कुछ लोगों का मत है कि अभी तक धर्मपुर विधानसभा में जो भी विधायक बने ,वह इस विधानसभा के निवासी नहीं है । और उनका विकास से कोई लेना-देना नहीं है।ये द्वेष भावना में ही अभी तक कार्य करते रहे हैं। कुछ लोगों का मत है की धर्मपुर विधानसभा में निवास करने वाला व्यक्ति ही धर्मपुर का अगला विधायक हो । गौरतलब है कि अभी तक नए परिसीमन के बाद जब धर्मपुर विधानसभा का गठन हुआ तो यहां कांग्रेस के कद्दावर नेता दिनेश अग्रवाल जो राजपुर विधानसभा में निवास करते हैं ,ने यहां का प्रतिनिधित्व किया है ।मंत्री रहते हुए भी इस विधानसभा में उनकी कोई खास उपलब्धि नहीं रही । उनके दस साल के कार्यकाल में विधानसभा में ऐसी कोई उपलब्धि उनके नाम नहीं है जिससे उनको याद किया जाय , जिसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ा। और जनता ने वर्तमान विधायक विनोद चमोली पर विश्वास करते हुए उन्हें अपना विधायक बनाया ,यह सोचकर कि वे इस विधानसभा का विकास करेंगे । लेकिन ऐसा हुआ नहीं । विधायक विनोद चमोली खुद रायपुर विधानसभा के निवासी हैं फिर भी धर्मपुर विधानसभा में लोगों ने उनको भारी मतों से विजय दिलाई । उनसे उम्मीद थी कि वे इस विधानसभा में विकास की गंगा बहायेंगे । लेकिन ऐसा हुआ नहीं । विधायक विनोद चमोली के चार साल से अधिक का समय निष्ठावान और खासकर संघ पृष्ठभूमि के कार्यकर्ताओं को ठिकाने लगाने में अपना समय व्यतीत करते रहे। कार्यकर्ताओं में गुटबाजी और लड़ाने भिड़ाने का काम विधायक विनोद चमोली करते रहे । जिससे आज अधिकांश कार्यकर्ताओं ने उनसे दूरी बना ली है । जनता भी उनसे खासे नाराज दिखाई दे रही है। जिससे आम लोगों में इस बात को लेकर जोरों से चर्चा शुरू हो गई है कि अब बाहरी क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को यहां का प्रतिनिधित्व नहीं करने दिया जाएगा । चमोली की अभी तक की उपलब्धियों पर यदि नजर डालें तो क्षेत्र के विकास में 10/ भी उनका योगदान नहीं रहा । अब इस बात को लेकर आम चर्चा होने लगी है कि इस समय धर्मपुर विधानसभा में निवास करने वाला व्यक्ति ही धर्मपुर विधानसभा का प्रतिनिधित्व करे। बाहरी व्यक्ति का विरोध किया जाएगा । इन लोगों का कहना है कि बाहरी व्यक्ति धर्मपुर विधानसभा का विकास कतई नहीं कर सकता है। जो अब तक देखने को मिला है।अब तक के यहां के विधायकों का काम पार्षद से भी कम रहा है । लोग चाहते हैं कि धर्मपुर विधानसभा में निवास करने वाले व्यक्ति इस विधानसभा की पीड़ा को समझ सकता है। यहां आज भी कई समस्याएं मौजूद हैं। सड़कों की हालत दयनीय है। नालियों की समस्या जस की तस है । बिजली , पानी स्वास्थ्य आदि जैसी मूलभूत सुविधाएं आज भी राजधानी में होते हुए भी कोसों दूर है । ऐसे में लोग स्थानीय विधायक विनोद चमोली से खासे नाराज दिखाई दे रहे हैं। जिससे खफा होकर अधिकांश लोग धर्मपुर विधानसभा में निवास कर रहे व्यक्ति को ही अगला विधायक देखना चाहते हैं।