सोनिया गांधी ने सुंदरलाल बहुगुणा की पत्नी को पत्र भेज कर शोक किया प्रकट,देश ने खोया महान व्यक्ति सोनिया गांधी ने कही बात
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी ने स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा की धर्मपत्नी विमला देवी बहुगुणा एवं परिजनों के नाम पत्र द्वारा शोक संदेश उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव के माध्यम से भेजा जिसे उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय एवं प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी प्रभारी देवेंद्र यादव के निर्देशानुसार स्वर्गीय बहुगुणा के निवास स्थान पर जाकर उनकी धर्मपत्नी एवं पुत्र राजीव नयन बहुगुणा को सौंप कर आये। साथ ही किशोर उपाध्याय एवं गरिमा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह,प्रभारी देवेंद्र यादव एवं समस्त कांग्रेस परिवार की ओर से भी स्व०बहुगुणा के परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रेषित करी।
सोनिया गांधी ने अपने पत्र में विमला बहुगुणा को लिखा है
प्रिय श्रीमती बहुगुणा,
श्री सुंदरलाल बहुगुणा के निधन के साथ, हमारे देश ने एक महान व्यक्ति को खो दिया है, जिन्होंने हमें अहिंसक प्रतिरोध के अपने गहरे गांधीवादी मूल्यों से प्रेरित किया, जिन्होंने हमारे पर्यावरण की रक्षा और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने के महत्वपूर्ण महत्व के लिए हमारी आंखें खोलीं, और जिन्होंने संरक्षण, वनों की सुरक्षा और हिमालय की पारिस्थिति की एक जन आंदोलन, जिसमें आपके सुदरलालजी की साहसी पत्नी विमला के नेतृत्व में महिलाओं ने इतनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सुंदरलाल बहुगुणा जी का जीवन उनका संदेश था, उनके उद्देश्य की पवित्रता, उनके दृढ़ विश्वासों का साहस, और उनकी सोच की दूरदर्शी प्रकृति उन सभी महान कार्यों में चमकती थी जिनके लिए उन्होंने इतनी भक्ति, जुनून और ऊर्जा के साथ काम किया था। कोई आश्चर्य नहीं कि उनके काम का न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में इतना प्रभाव पड़ा। अब हम देखते हैं कि पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिक संतुलन पर अपने कई विचारों में वह अपने समय से कितने बुद्धिमान और आगे थे।
श्रीमती इंदिरा गांधी, जिन्होंने पर्यावरण के मामलों पर सुंदरलाल जी के विचारों की सराहना की और वास्तव में उन्हें साझा किया, सुंदरलाल जी और राजीव जी के लिए बहुत सम्मान और प्रशंसा थी और मैंने भी उन्हें सर्वोच्च सम्मान में रखा। श्री सुंदरलाल बहुगुणा की स्मृति का सम्मान करने और उनकी बहुमूल्य विरासत को जीवित रखने का सबसे उपयुक्त तरीका यह है कि हम सभी अपने जंगलों और पहाड़ों और नदियों, हमारे वनस्पतियों और जीवों का सम्मान करने का संकल्प लें, जिन्हें उन्होंने पोषित करने और संरक्षित करने के लिए अपने पूरे जीवन का प्रयास किया।
मेरी हार्दिक संवेदना के साथ।
सादर,
सोनिया गाँधी