उत्तराखंड शिक्षा विभाग में हो गया प्रतिनियुक्ति का खेल,क्या शिक्षा मंत्री नहीं होने देंगे एनओसी जारी
देहरादून। उत्तराखंड शिक्षा विभाग में जहां पिछले 4 सालों से शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के खेल को खत्म करने की बात कर रहे हैं । वहीं उनकी नाक के नीचे शिक्षा विभाग के कई ऐसे शिक्षक हैं जिनकी प्रतिनियुक्ति हो रही है, कुछ दिनों पहले शिक्षिका प्रियंका कोश्यारी के प्रतिनियुक्ति और अटैचमेंट के खेल को जहां हमने प्रमुखता से उजागर किया था। वही एक और मामला शिक्षा विभाग में प्रतिनिधि का ऐसा आया हैं जिससे तबादला सत्र शून्य होने के बाद शिक्षकों में रोष जरूर आएगा। प्रतिनियुक्ति का खेल भी ऐसा है जहां एलटी शिक्षक को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में सहायक रजिस्ट्रार के पद पर प्रतिनियुक्ति दी गई है। रुद्रप्रयाग जिले के कांडा बरदार जीआईसी में कला के एलटी शिक्षक देवेंद्र सिंह रावत को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में कुल सचिव पद पर प्रतिनियुक्ति पर रखने का आदेश भी जारी हो गया। शिक्षकों विशेष छूट देते हुए मूल विभाग से एनओसी लेने को 1 महीने का वक्त दिया गया है ऐसे में देखना यह होगा कि आखिर शिक्षा विभाग शिक्षक को एनओसी प्रदान करता है या नहीं लेकिन एनओसी नाभि प्राप्त होती हो तो क्या फर्क पड़ता है दमयंती रावत इसका एक उदाहरण जो बिना शिक्षा विभाग के अनुसार के कई सालों से शिक्षा विभाग छोड़कर प्रतिनियुक्ति पर काम कर रही हैं जिनके पीछे हरक सिंह रावत का हाथ है तो वही देवेंद्र सिंह रावत को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में सहायक कुलसचिव बनाए जाने के पीछे किसका हाथ है यह भी बड़ा सवाल है क्योंकि शिक्षा मंत्री पिछले 4 सालों से डंके की चोट पर यही कहते हैं कि किसी भी शिक्षक को प्रतिनियुक्ति पर दूसरे विभाग में नहीं भेजा जाएगा जिससे छात्रों के हित प्रभावित हूं ऐसे में कुछ दिनों पहले शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा था कि अगर इस तरह की कोई मामला है तो वह उनके संज्ञान में लाएं।