होली में सियासी रंगों के बीच लोकसभा चुनाव की दावेदारी की भी दिखी झलक,पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने भी दावेदारी पेश करने के दिए संकेत
देहरादून। उत्तराखंड में होली के पर्व पर सियासी रंग भी खूब नजर आए। सियासी रंगों के बीच हर किसी ने अपने – अपने तरीके से होली के कार्यक्रम आयोजित कर आम जनता को होली की शुभकामनाएं भी दी। वही होली के कार्यक्रम पर कई नेताओं ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए अपनी दावेदारियां भी लोकसभा सीटों को लेकर पेश की हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री और गदरपुर से भाजपा विधायक अरविंद पांडे के द्वारा भी 6 मार्च को गदरपुर में राजकीय इंटर कॉलेज में होली मिलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया,जिसमें हजारों की संख्या में अरविंद पांडेय कि इस होली मिलन कार्यक्रम में लोग पहुंचे।
वहीं कई बड़े नामों की मौजूदगी में हुए इस होली मिलन कार्यक्रम के कई सियासी मायने भी अब निकाले जा रहे हैं। अरविंद पांडे के द्वारा आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में विधायक काशीपुर त्रिलोक सिंह चीमा, विधायक रुद्रपुर शिव अरोरा, भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, जिला अध्यक्ष काशीपुर गुंजन सुखीजा, मेयर रुद्रपुर रामपाल, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, माननीय पूर्व सांसद बलराज पासी, पूर्व विधायक रुद्रपुर राजकुमार ठुकराल, पूर्व जिला अध्यक्ष उधमसिंह नगर विवेक सक्सेना, दिनेशपुर नगर पंचायत अध्यक्षा सीमा सरकार, जिला उपाध्यक्ष भाजपा (जिला काशीपुर) हिमांशु सरकार,भाजपा दिनेशपुर मंडल अध्यक्ष अनादि रंजन मंडल भी शामिल हुए तो वही बताया जा रहा है कि नैनीताल लोकसभा सीट के कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल थे। माना जा रहा है कि इतने बड़े होली मिलन कार्यक्रम को आयोजित किए जाने के पीछे पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा विधायक अरविंद पांडे नैनीताल लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं,जिसकी झलक उन्होंने होली मिलन कार्यक्रम आयोजित कर नैनीताल लोकसभा सीट के तहत पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्रों कि विधायकों और जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम में आमंत्रित कर कुछ हद तक संदेश देने का भी काम कर दिया है। हालांकि नैनीताल लोकसभा सीट पर अभी भाजपा के सांसद अजय भट्ट हैं,जो केंद्र में केंद्रीय राज्य मंत्री का पद भी संभाले हुए हैं,ऐसे में अरविंद पांडे कितनी मजबूती से अपनी दावेदारी पेश करेंगे यह तो देखना होगा,लेकिन जिस तरीके से लगातार उत्तराखंड में विधायकी का चुनाव जीते हुए अरविंद पांडे आ रहे हैं और धामी कैबिनेट में उन्हें मंत्री पद भी नहीं दिया गया है, उससे देखते हुए कितनी मजबूती से पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय लोकसभा को लेकर अपनी दावेदारी पार्टी के सामने पेश करते हैं यह भी देखना होगा।