उत्तरकाशी पहुंचकर आर मीनाक्षी सुंदरम ने लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा,बिना पंजीकरण यमुनोत्री-गंगोत्री धाम न आएं तीर्थयात्री: सुंदरम
उत्तरकाशी। सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने बुधवार को उत्तरकाशी में यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने पुलिस-प्रशासन को निर्देश दिए कि बिना पंजीकरण धामों की यात्रा करने वालों को सख्ती से निपटें और सीधा चेकिंग बैरियर से वापस भेजें। इसके लिए बैरियरों तथा अन्य स्थानों पर सख्ती से चेकिंग की जाए। उन्होंने यमुनोत्री धाम में बिना पंजीकरण के डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों के संचालन पर भी प्रभावी रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों के पहुंचने से उत्पन्न स्थिति पर सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी बुधवार को उत्तरकाशी पहुंचे। यहां आईटीबीपी मातली के सभाकक्ष में जिले के अधिकारियों की बैठक लेते हुए सचिव ने कहा कि रिकॉर्ड यात्रियों के पहुंचने से यात्रा मार्गों पर जाम और दबाव बढ़ रहा है। उन्होंने साफ कहा कि बगैर पंजीकरण के किसी को भी धाम में न जाने दिया जाए। इसके लिए बैरियर पर सख्ती से जांच-पड़ताल कर ऐसे यात्रियों और वाहनों को सीधे वापस भेजें। इसके अलावा पंजीकरण तिथि से पहले और बाद में भी पंजीकरण को कतई स्वीकार न करें। उन्होंने निर्देश दिए कि यात्रा कंट्रोल रूम, आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नम्बरों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करें। उन्होंने यात्रा रूट पर सुरक्षित और अतिरिक्त पार्किंग स्थल विकसित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिन स्थानों पर सड़क संकरी है, वहां 42 सीटर और बड़ी बसों को पहले रोक दें। ताकि जाम की स्थिति पैदा न हो। बैठक में जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि यमुनोत्री धाम में हर दिन 10 हजार से ज्यादा यात्री पहुंच रहे हैं। इसी तरह गंगोत्री धाम में 12 हजार से अधिक यात्री आ रहे हैं। दोनों धामों में क्षमता से अधिक यात्री आ रहे हैं । जिलाधिकारी ने सुझाव दिया कि यमुनोत्री और गंगोत्री की धारण क्षमता और सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रियों की संख्या निर्धारित की जाए तो स्थिति सामान्य हो जाएगी। इससे न तो जाम लगेगा और न ही अन्य व्यवस्थाओं में समस्या होगी। जिलाधिकारी ने यात्रियों की सुविधा के लिए प्रशासन के द्वारा भोजन, पानी की व्यवस्था और मेडिकल शिविरों की जानकारी दी। बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एडीएम रज़ा अब्बास, एसडीएम डुंडा नवाजिश खालिक, सीएमओ डॉ. बी०एस०रावत, जनपद आपदा प्रबंधक अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।
बैठक के बाद सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट तथा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी और मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन के साथ हर्षिल, धराली, भैरवघाटी और गंगोत्री धाम में यात्रा व्यवस्था देखने गए। यहां तीर्थयात्रियों से भी प्रमुख सचिव ने बातचीत कर यात्रा का फीडबैक लिया। साथ ही श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों से मुलाकात कर बैठक की। सचिव ने मंदिर समिति को तीर्थयात्रियों की व्यवस्था एवं अन्य समस्याओं पर बातचीत की। इस दौरान मंदिर समिति से भी रिकॉर्ड यात्रियों के आने पर सहयोग की अपेक्षा की गई। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने प्रमुख सचिव को भरोसा दिया कि वह यात्रा व्यवस्था में पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धाम में सभी व्यवस्थाएं ठीक हैं। लेकिन संकरे मार्ग को चौडीकरण, प्रमुख पड़ावों पर पार्किंग स्थल बनाकिने का सुझाव दिया। ताकि वाहनों का दवाव बढ़ने पर सुरक्षित पार्किंग कराई जाए।
उत्तरकाशी में मीनाक्षी सुंदरम ने डाला डेरा
सचिव मुख्यमंत्री आर.मीनाक्षी सुंदरम गंगोत्री-यमुनोत्री धाम की यात्रा व्यवस्था की मॉनीटरिंग के लिए आज से जिले के भ्रमण पर हैं। आज सुदंरम ने गंगोत्री धाम एवं इसके अनेक पड़ावों का निरीक्षण कर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने तीर्थयात्रियों से यात्रा सुविधाओं के बारे में फीडबैक लेने के साथ ही यात्रा से जुड़े विभिन्न हितधारकों के साथ बैठक कर कहा कि चारधाम यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाए रखने के शासन-प्रशासन के द्वारा सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस बारे में विभिन्न पक्षों से प्राप्त होने वाले उपयोगी व व्यावहारिक सुझावों पर अमल कर यात्रा व्यवस्थाओं का कार्यान्वयन किया जाएगा। सचिव मुख्यमंत्री ने कहा कि धामों व यात्रा मार्गों पर अनावश्यक भीड़-भाड़ से अव्यवस्था न हो इसके लिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बिना पंजीकरण के और पंजीकरण के तय दिन से इतर अन्य दिनों में आने वाले लोगों को यात्रा करने की कतई अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्हांने कहा कि चारधाम यात्रा हमारी आस्था, पहचान और आर्थिकी का से जुड़ी है, लिहाजा हम सबका यही प्रयास रहना चाहिए कि यात्री यहां से बेहतर अनुभव लेकर जांये और चारधाम यात्रा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
अपने भ्रमण के पहले दिन गंगोत्री धाम का निरीक्षण कर तीर्थयात्रियों एवं पंडा-पुरोहितों से वार्ता करने के बाद सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम ने देर सायं जिला मुख्यालय पहॅुचने पर अधिकारियों और होटल तथा यात्रा से जुड़े व्यवसायियों के संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर यात्रा व्यवस्था को लेकर उनके सुझावों को सुना। इस मौके पर विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान ने कहा कि वाहनों के बढते दबाव को देखते हुए जाम की समस्या से निपटने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित रूप से गेट सिस्टम के तहत संचालित करने की व्यवस्था ही तात्कालिक समाधान है। लेकिन इसे इस तरह संचालित किया जाय कि यात्रियों को असुविधा न हो और स्थानीय कारोबारियों के हित भी सुरक्षित रहें। होटल एसोशियेसन के पदाधिकारी अजय पुरी, शैलेन्द्र मटूड़ा, आमोद पंवार सहित अन्य लोगों ने भी वन-वे व गेट व्यवस्था को लेकर सुझाव रखे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट एवं पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने वाहनों के दबाव के कारण जाम की समस्या से निपटने के लिए लागू की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रशासन का यही प्रयास है कि जरूरी होने पर ही यात्रियों को सुविधाजनक जगहों पर ही रोका जाय। उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्था से जुड़े सभी पक्षों एवं हितधारकों के व्यावहारिक सुझावों के अनुरूप यातायात योजना एवं अन्य व्यवस्थाओं में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे लेकिन इसमें यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा का सबसे पहले ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने यात्रियों की सहायता के लिए सभी पक्षों से तत्पर रहने और जाम की दशा में अधिक कीमत वसूलने वाले व्यवसायियों के विरूद्ध अपने संगठन के स्तर से भी कार्रवाई करने का आग्रह किया।
बैठक में सचिव सुंदरम ने बताया कि इस बार रिकर्ड संख्या में यात्रियों के आने से व्यवस्था बनाने में कुछ समस्याये आई लेकिन इनका तात्कालिक समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके साथ ही दीर्शकालीन उपायों पर भी प्रमुखता से ध्यान दिया जा रहा है।यमुनोत्री एवं गंगोत्री मार्ग पर सिंगल लेन की सड़कों को डबल लेन बनाए जाने से जाम की समस्या नहीं रहेगी। शासन-प्रशासन इस संड़कों के चौड़ीकरण के लिए कार्रवाई कर रहा है। गंगोत्री मार्ग के चौड़ीकरण के लिए ईको सेंससेटिव जोन के तहत आवश्यक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है और वन भूमि से संबंधित स्वीकृतियां हासिल करने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। एक-दो साल में यह सड़क डबल लेन होने पर समस्या नहीं रहेगी। इसी तरह यमुनोत्री रोड के चौड़ीकरण, धाम के लिए रोपवे सहित वैकल्पिक पैदल मार्ग के निर्माण एवं अन्य अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु प्रयास किया जा है। उन्होंने कहा कि वह खुद यमुनोत्री क्षेत्र में जाकर क्षेत्र की समस्याओं और संभावनाओं की पड़ताल करेंगे।
इस बीच आज गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में आज कुल 25975 श्रद्धालु पहॅुचे। इन दोनो धामों के यात्रा मार्गों पर आज आवागमन सुचारू और सुव्यवस्थित रहा। यमुनोत्री धाम में आज 11275 तीर्थयात्री तथा गंगोत्री धाम में 14700 तीर्थयात्री आए। प्रशासन के द्वारा सड़कों पर वाहनों का दबाव बढने पर जाम की समस्या से निपटने के लिए नियंत्रित रूप से वाहनों को गेट सिस्टम के तहत रवाना कराने की व्यवस्था आज भी लागू की गई थी जिसके फलस्वरूप यमुनोत्री के बाद अब गंगोत्री मार्ग पर भी वाहनों का आवागमन अधिक सुचारू व सुव्यवस्थित हो गया है। टै्रफिक विनयिमन हेतु रोके गए जरूरतमंद यात्रियों के लिए प्रशासन के द्वारा रामलीला मैदान उत्तरकाशी एवं पालीगाड में भंडारे की व्यवस्था संचालित की गई है और यात्रा रूटों पर कस्बों से दूर के होल्ड एरिया में जरूरतमंद लोगों हेतु पानी एवं जलपान तथा भोजन उपलब्ध कराने के इंतजाम किए गए है।
बैठक में महानिदेशक सूचना वंशीधर तिवारी, यात्रा मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात टिहरी जिले के मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी सहित अनेक अधिकारियों ने भाग लिया।
उधर महानिदेशक, सूचना वंशीधर तिवारी ने भी जिला मुख्यालय उत्तरकाशी पहॅूंचने पर पत्रकारों से वार्ता कर चारधाम यात्रा व्यवस्था के बारे वार्ता की।