अजय भट्ट बग्वाल मनाएंगे अपने गांव में,प्रवासियों से भी की अपील
देहरादून । नैनीताल लोकसभा सीट से सांसद और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट 25 नवंबर को मनाई जाने वाली बूढी दीपावली (ईगास) अपने गांव में मनाएंगे.सांसद अजय भट्ट ईगास अपने गांव में मनाकर संदेश है देना चाहते है कि देश विदेशों में निवास कर रहे उत्तराखंड के प्रवासी अपनी विरासत और परंपरा के संरक्षण हेतु आगे आएं और 25 नवंबर को विकास कार्यक्रम अपने गांव में मनाने का संकल्प लें.सांसद अजय भट्ट ने कहा कि अपने लोक परंपराओं पर वह और संस्कृति को बचाने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा दीपावली के 11 दिन बाद उत्तराखंड में मनाई जाने वाली बूढी दीपावली (इगास) उत्तराखंड प्रदेश के प्रमुख लोक पर्वों में से एक है, किंतु समय के साथ पलायन के कारण यह पर्व विलुप्ति के कगार पर आ चुका है.सांसद भट्ट ने कहा कि पलायन को रोकने हेतु प्रवासियों का अपने गांव के साथ निरंतर रिश्ता बनाए रखना जरूरी है. कभी गांव में गूंजने वाली किलकारियां, चौपालों की रौनक मांगल गीतों के स्वर अब इतिहास की बात हो रही हैं.अनेक गांव वीरान हो चुके हैं, हमें अपने पितरों की भूमि को छोड़ना नहीं चाहिए और अपने इष्ट देवों की आराधना के लिए अपनी जन्मभूमि पर निरंतर आवागमन रखना चाहिए.भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता भट्ट ने कहा कि संसद में भी सामरिक प्रांत उत्तराखंड की इस ज्वलनत समस्या को उन्होंने प्रभावी तरीके से रखा था कि सीमांत अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे गांवों का खाली हो जाना सामरिक सुरक्षा की दृष्टि से चिंताजनक है. सरकार की रोजगार योजना स्थानीय निवासियों को लाभ दे सकती हैं.हम सभी उत्तराखंड वासियों को देश हित में अपने गांव को आबाद रखना भी नितांत आवश्यक है .सांसद भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड में सभी जाति व धर्म के लोग निवास करते हैं. सभी लोग एक दूसरे के पर्वों को हंसी खुशी मनाते हैं.अब उत्तराखंड में छठ पूजा, करवाचौथ, गणेश चतुर्थी भी धूमधाम से मनाई जा रही है.राज्य में निवास करने वाले अन्य प्रांत के निवासी भी यहां के त्योहारों को पूरी श्रद्धा के साथ मनाते हैं और यह हमारी परंपरा भी रही है।