शिक्षा विभाग में गजब का मैनेजमेंट,कहीं पद खाली तो कहीं अधिकारी जिम्मेदारी मिलने का कर रहे इंतजार,शिक्षा मंत्री पर टिकी नजरें
देहरादून। उत्तराखंड शिक्षा विभाग में एक तरफ जहां शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने के वादे होते हैं, तो दूसरी तरफ कई पद शिक्षा विभाग में अधिकारियों के खाली चल रहे हैं, लेकिन ना तो शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत इसका संज्ञान ले पा रहे हैं और ना ही उत्तराखंड शासन में बैठे अधिकारी कई जिलों में खाली चल रहे अधिकारियों को पद भरने को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं यही वजह है कि कई जिलों में एक-एक अधिकारी के पास कई जिम्मेदारियां दी गई है जिस से समझा जा सकता है अधिकारियों के ऊपर भी काम का बोझ है। कई जिलों में मुख्य शिक्षा अधिकारी के पद खाली चल रहे हैं,रुद्रप्रयाग जिले में तो मुख्य शिक्षा अधिकारी के साथ जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक और जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक का पद भी खाली चल रहा है,डायट के प्राचार्य विनोद सेमल्टी के पास ही सभी जिम्मेदारी विभाग के द्वारा सौंपी गयी है,वही देहरादून जिले में भी मुख्य शिक्षा अधिकारी का पद खाली चल रहा है,अल्मोड़ा जिले में भी मुख्य शिक्षा अधिकारी का पद खाली चल रहा है, नैनीताल जिले में प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी ही जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक और माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी का कार्यभार संभाले हुए, उधम सिंह नगर जिले में भी मुख्य शिक्षा अधिकारी ही दोनो पदों की जिम्मेदारी संभाले है,बागेश्वर में भी मुख्य शिक्षा अधिकारी ही जिले के अन्य सभी पदों को संभाले हुए हैं। जिससे सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर क्या शिक्षा विभाग में अधिकारियों को पोस्टिंग देने में समायोजन की कमी या फिर वजह कुछ और है। यही सवाल जब कुछ महीने पहले हमने शिक्षा मंत्री से किया था तो शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा था कि अप्रैल के महीने में शिक्षा विभाग में प्रमोशन अधिकारियों के होने जिसके बाद सभी पदों को समायोजन के साथ भरा जाएगा । लेकिन मई का महीना शुरू हो चुका है अभी तक जिलों में कई महत्वपूर्ण पद विभाग में खाली चल रहे हैं।
खण्ड शिक्षा अधिकारी के पद भी खाली
शिक्षा विभाग में खंड शिक्षा अधिकारियों के पद भी खाली चल रहे हैं बताया जा रहा है कि 40 से ज्यादा खंड शिक्षा अधिकारियों के पद खाली हैं लेकिन कई खंड शिक्षा अधिकारियों की बाध्यता प्रतीक्षा में रखी गई है, जिनको कोई जिम्मेदारी फिलहाल नहीं दी गई है, खंड शिक्षा अधिकारी सुदर्शन बिष्ट, सत्यनारायण, नरेश कुमार,आशुतोष सेमवाल,नागेंद्र बड़तवाल,दिनेश सती जैसे अधिकारी इस इंतजार में है कि उन्हें कोई जिम्मेदारी मिले।