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एलटी शिक्षकों के प्रमोशन के पदों पर गेस्ट टीचरों की नियुक्ति को अंकित जोशी ने बताया गलत,एलटी शिक्षकों के साथ बताया अन्याय

देहरादून। प्रदेश सरकार जहां एक तरफ शिक्षकों के खाली पदों को गेस्ट टीचरों के माध्यम से भरने को लेकर फैसला ले चुकी है,और कभी भी 2300 गेस्ट टीचरों की नियुक्ति को लेकर आदेश जारी हो सकता है,वहीं दूसरी तरफ शिक्षक नेता अंकित जोशी का कहना है कि एलटी शिक्षकों की वरिष्ठता का निर्धारण न होने के कारण पदोन्नति के पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति न केवल एल टी शिक्षकों के साथ अन्याय है बल्कि उन अतिथि शिक्षकों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ है जो प्रवक्ता के पदोन्नत पदों पर नियुक्त होंगे । प्रवक्ता के पदोन्नति के पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति शिक्षा विभाग पर कई सवाल खड़े करती है, जैसे कि आखिर कब तक विभाग एल टी से प्रवक्ता पदों पर पदोन्नति नहीं कर सकेगा ? अतिथि शिक्षकों की पदोन्नति के रिक्त पदों पर नियुक्ति क्या वरिष्ठता विवाद का हल न करने का एक अल्पकालिक समाधान है ? इन पदों पर यदि अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होती है तो कल इन अतिथि शिक्षकों का विभाग में कोई भविष्य नहीं होगा । विभाग को वरिष्ठता का विधिवत निर्धारण कर एल टी से प्रवक्ता पदों पर पदोन्नति करनी चाहिए थी, जिस किसी कार्मिक को विभाग द्वारा निर्धारित वरिष्ठता उचित नहीं लगती तो वह माननीय उच्च न्यायालय की शरण में जाने हेतु स्वतंत्र था किंतु यहाँ तो विभाग ट्रिब्यूनल के आदेश का अनुपालन ही नहीं कर सका और अब माननीय उच्च न्यायालय में ट्रिब्यूनल के वरिष्ठता निर्धारण संबंधी आदेश को चुनौती देने की तैयारी कर रहा है । विभाग का इस प्रकार का कदम मसले को उलझा देगा और वरिष्ठता विवाद कभी सुलझ नहीं सकेगा, जिससे न केवल एल टी से प्रवक्ता बल्कि अन्य पदोन्नतियाँ भी लंबित ही रहेंगी । विभाग को स्थायी समाधान की ओर जाना चाहिए जोकि छात्रहित में भी है ।

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