राजकीय संगठन से बड़ी खबर,कई शिक्षक नेताओं को जारी हुए नोटिस,सन्तोषजनक जवाब न देने पर कार्रवाई का हवाला
देहरादून। राजकीय शिक्षक संगठन में मचे घमासान के बीच प्रांतीय महामंत्री के द्वारा तीन नोटिस जारी किए गए हैं,जिनमें से पहला नोटिस गिरीश पनेरु को भेजा गया है,जो की सहायक अध्यापक राजकीय इंटर कॉलेज गजरौला उधम सिंह नगर जनपद में तैनात है। गिरीश पनेरु पर सोशल मीडिया के माध्यम से राजकीय शिक्षक संघ की पदाधिकारी पर मर्यादित भाषा का प्रयोग करने को लेकर नोटिस जारी किया गया है। गिरीश पनेरु के द्वारा प्रांतीय अध्यक्ष और महामंत्री को सरकार की गोद में बैठ जाने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है,कि वह साक्ष्य दें कि आखिरकार जो बातें उन्होंने लिखी है,उसका साक्ष्य उपलब्ध कराएं, संतोष जनक जवाब न होने पर राजकीय शिक्षक संगठन के द्वारा कार्रवाई की बात भी कही गई है।
वही दूसरा नोटिस प्रांतीय महामंत्री के द्वारा प्रांतीय कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह सजवाण को जारी किया गया,जिसमें उनके द्वारा समाचार पत्र में अनावश्यक बयान बाजी देने को लेकर जारी किया गया है। लक्ष्मण सिंह सजवाण को जारी नोटिस में कहा गया है कि उनके द्वारा प्रांतीय कोषाध्यक्ष होने के बावजूद भी समाचार पत्र व संचार माध्यम के माध्यम से अनावश्यक बयान बाजी की गई है,जिससे राजकीय शिक्षक संघ की गरिमा धूमिल हुई हैं,उनके द्वारा प्रधानाचार्य की सीधी भर्ती से एलटी में कार्यरत शिक्षकों को शामिल करने हेतु भ्रमित किया जा रहा है,जबकि राजकीय शिक्षक संघ शत प्रतिशत पदोन्नति हेतु न्यायालय की शरण में है, जिसमें राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड की दिनांक 10 अप्रैल 2024 को आयोजित ऑनलाइन बैठक में आपकी सहमति भी प्राप्त है,आपके माध्यम से सतत संवाद करने के बाद भी मुख्यमंत्री कार्यालय में भूख हड़ताल एवं घेराव करने का कार्यक्रम अपनी मर्जी से घोषित किया गया है, तथा इसे आपके द्वारा अमल में न लाने के कारण शिक्षक समाज भर्मित हुआ है, जिसके कारण राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय अध्यक्ष महामंत्री पर लोगों के द्वारा अनर्गल टिप्पणी की गई है,उक्त के साथ ही आपको कई बार समझाने के बावजूद भी गैर संगठननिक मंचों पर धरना प्रदर्शन में बैठ रहे हैं, सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख रहे हैं। स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की बात भी नोटिस में कही गयी है।
वहीं तीसरा नोटिस उधम सिंह नगर जनपद के जनपद मंत्री राज कुमद पाठक को जारी किया गया है। जिनपर जनपद के एक जिम्मेदार पदाधिकारी होने के बाद भी निरंतर संगठन विरोधी कार्यों में संलिप्त रहने की बात नोटिस में कही गयी है । इसके अतिरिक्त जिला कार्यकारिणी द्वारा अवगत कराया गया है कि आपके द्वारा अद्यतन कोषाध्यक्ष के साथ संगठन का संयुक्त खाता नहीं खोला गया है। साथ ही आपके द्वारा मंडल कार्यकारिणी को गत वर्ष का शुल्क भी प्रेषित नहीं किया गया है। आपके द्वारा सोशल मीडिया में लिखा गया कि हम बुक्के देकर वार्ता नहीं करते हैं, जबकि राजकीय शिक्षक संघ की प्रांत की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया था,कि मंत्री विद्यालयी शिक्षा द्वारा शिक्षकों के संगठन के अनुरोध पर जो भी कार्य किए गये हैं उसके निमित्त मंत्री विद्यालयी शिक्षा का सम्मान किया जाएगा। आपकी टिप्पणी से राजकीय शिक्षक संघ को ठेस पहुँची है। यह भी देखा गया है कि आप राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पैड का प्रयोग करते हैं, जबकि आप एक मान्यता प्राप्त संघ के पदाधिकारी हैं। जिम्मेदार पदाधिकारी होने के बावजूद भी आपकी टिप्पणियाँ शोभनीय नहीं हैं। अतः आप एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रान्तीय अध्यक्ष/महामंत्री राजकीय शिक्षक संघ को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। समयार्न्तगत स्पष्टीकरण प्राप्त न होने व
स्पष्टीकरण (साक्ष्यों सहित) संतोषजनक न होने की दशा में राजकीय शिक्षक संघ के संविधान के अनुच्छेद 6(ख) के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी आपकी होगी।