उत्तराखंड से बड़ी खबर,कर्नल अजय कोठियाल ने थाम आपका दामन,खास अंदाज में झाड़ू का थामा दामन
देहरादून। उत्तराखंड के सियाासत से बड़ी खबर है,जी हां कर्नल अजय कोठियाल ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम दिया है। खास अंदाज में आज आम आदमी पार्टी में कर्नल अजय कोठियाल शामिल हुए है। जिससे लग रहा है कि 2022 में आप पार्टी उत्तराखंड में कर्नल अजय कोठियाल के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। आप के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने इसके संकेत भी दे दिए है कि कर्नल के नेतृत्व में आप पार्टी 2022 के सियासी रण में उतरेगी,दिनेश मोहनिया का कहना है कि उत्तराखंड के लिए अजय कोठियाल एक आशा के रूप में सबके सामने है।
अजय कोठियाल का जीवन पर एक नजर डालते है।
कर्नल अजय कोठियाल का जन्म 26 फरवरी 1969 को उत्तराखंड मे हुआ था। उनकी पढाई कही स्कूलों मे हुई, क्यूंकि उनके पिता भी आर्मी मे थे तो जहाँ उनका ट्रांसफर होता परिवार को भी वही जाना पड़ता था। उन्हें बचपन से ही आर्मी में जाने का शौक था। कर्नल अजय कोठियाल 1992 में चैथी गढ़वाल में बतौर सैन्य अधिकारी शामिल हुए। सीमाओं की रक्षा में कर्नल अजय कोठियाल ने 7 आंतकियों को मार गिराया, और इस ओप्रशन मे उन्हें भी 2 गोलियां लगी. उनके इस साहस के लिए उन्हें कीर्ती चक्र, शौर्य चक्र, विशिष्ट सेवा मेडल दिया गया। 1999 मे जब कारगिल की लड़ाई हुयी थी तो वे पहले टीम के कैप्टिन थे। वह भारत और नेपाल की कई चोटियों पर पर्वतारोही कर चुके हैं। 2013 मे जब केदारनाथ मे आपदा आयी थी तो उसके पुनर्निर्माण में इन्होने महत्वपूर्ण भूमिका थी। 2013 में जब केदारनाथ में आपदा आयी तो वो वहा अपनी टीम के साथ राहत एवं बचाव कार्य में गये। वहां उन्हें कुछ ऐसे युवा मिले, जिन्होंने इस कार्य में काफी मदद किया। इन युवाओं के पास कोई रोजगार नहीं था। तब कर्नल साहब ने उन्ह बेरोजगार युवाओं को ट्रेनिंग देने का निश्चय किया। कुछ समय बाद भर्ती रैली हुई जिसमें अधिकांश सेना में भर्ती हो गए। तब इससे उत्साहित होकर कर्नल कोठियाल ने इस कार्य को आगे बढ़ाने की सोची और यूथ फाउंडेशन ट्रस्ट की नींव रखी। आज प्रदेश के कई जिलों में पर ऐसे प्रशिक्षण कैंप खुले है जो युवाओं प्रशिक्षण देते है युवाओं का पूरा खर्चा फाउंडेशन ही वहन करता है। यहाँ पर युवाओं को सैन्य ट्रेनिंग पारंपरिक तरीकों से दी जाती है। और लिखित परीक्षा की भी तैयारी कराई जाती है। आजतक 20 हजार से भी ज्यादा युवाओं को ट्रेनिंग दी गयी है जिसमे से कई हजार युवा सेना व अर्द्धसैनिक बलों में भर्ती हो चुके हैं। कैंप में लड़कियों को भी ट्रेनिंग दी जाती है।