देवस्थानम बोर्ड के पक्ष में भाजपा विधायक का बड़ा बयान,कहा -बोर्ड को खारिज करने की बजाय किया जाए मजबूत,बयानों से न पलटे जनप्रतिनिधि
देहरादून। चार धाम देवस्थानम प्रंबधन बोर्ड की बाज जब – जब होती है,बोर्ड को लेकर तीर्थपुरोहितों में आक्रोश देखने को मिलता है। हालांकि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री बनते ही ऐलान कर दिया था कि चार धाम देवस्थानम प्रंबधन बोर्ड पर पुनर्विचार किया जाएगा। लेकिन अभी तक सरकार के द्धारा चार धाम देवस्थानम प्रंबधन बोर्ड पुनर्विचार किया नहीं गया है। वहीं बीते सोमवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बयान दिया कि चार धाम देवस्थानम प्रंबधन बोर्ड पर पुनर्विचार नहीं किया जाएगा। जिसको लेकर तीर्थपुरोहितो ने सतपाल महाराज के खिलाफ जहां कड़ा विरोध दर्ज किया,वहीं माहाराज के पुतले भी फूंके,जिसके बाद महाराज को अपने बयान का खंडन कराना पड़ा। लेकिन अब चार धाम देवस्थानम प्रंबधन बोर्ड को लेकर भाजपा विधायक विनोद चमोली ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि बोर्ड को खारीज करने की वजाय बोर्ड को मजबूत करने की जरूरत है। भाजपा विधायक ने हांलाकि इसे अपनी नीजी राय बताया है। और उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री का वह वक्तव्य भी सर्वोपरी है,जिसमे उन्होने पुनर्विचार करने की बात कहीं थी। लेकिन उनकी नीजी राय ये है कि बोर्ड को भंग करने की वजाय मजबूत किया जाए,और व्यपकता के रूप में बोर्ड को देखना चाहिए। यदि बोर्ड मजबूत होगा तो रोजगार के लिए यह प्रदेश में युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। विनोद चमोली का कहना है कि बोर्ड को रद्द करने का सवाल ही नहीं है,क्योंकि यह विधानसभा में पास हुआ,जनप्रतिनिधियों के द्धारा इसके पक्ष में विधान में वक्तव्य भी दिए गए है। जो ये दर्शता है सभी इसके पक्ष में थे,आज अगर इसे खारिज करने की बात होती है तो फिर ये समझा जाएगा,कि जो वक्तव्य विधानसभा में विधयेक को पास कराने में विधायको ने दिए या तो वह झूटे थे,जो बकायदा विधानसभा के रिकार्ड में भी है। जिसमे प्रदेश की जनता को आश्वसत किया गया था कि प्रदेश के हित में बोर्ड है। इसलिए बयानों से पलटा नहीं जा सकता है। बोर्ड से कुछ लोगों को संशय है तो उसमे सुधार किया जा सकता है। पूरी तहर बोर्ड को खारिज किया जाए। इसके पक्ष में वह नहीं है।