बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का मिनट टू मिनट कार्यक्रम जारी,जानिए क्या कुछ है कार्यक्रम
देहरादून । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का चार दिवसीय उत्तराखंड दौरा गुरुवार से प्रारंभ हो रहा है ।दौरे के प्रथम दिन नड्डा हरिद्वार में संतो से भेंट करेंगे और शेष तीन दिन वे देहरादून में 14 संगठनात्मक बैठकों व कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के इस दौरे को ऐतिहासिक बताया है । उन्होंने कहा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने देशव्यापी 120 दिन के दौरे का प्रारंभ गुरुवार को उत्तराखंड से करते हुए यहां 4 से 7 दिसंबर तक प्रवास करेंगे। दौरे के पहले दिन वे हरिद्वार में माँ गंगा की आरती व संतो से भेंट करने वाले हैं और उसके बाद 5 दिसंबर से 7 दिसंबर तक देहरादून में 14 संगठनात्मक बैठकों व कार्यक्रमों में भाग लेंगे ।
इनमें जहां एक और मंत्रीमंडल व कोर कमेटी के साथ बैठक है तो वही बूथ समिति और मंडल समिति के साथ भी राष्ट्रीय अध्यक्ष बैठक करेंगे ।
उन्होंने बताया कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के हरिद्वार आगमन कार्यक्रम में परिवर्तन हुआ है। अब वे 4 दिसम्बर को अपराह्न चार बजे हेलीकाप्टर से हरिद्वार पहुँचेंगे और हर की पौड़ी पहुँच कर गंगा जी की पूजा व आरती में भाग लेंगे। उसके बाद उनका शांति कुंज , अखाड़ा परिषद , निरंजनी अखाड़ा जाने व संतों से भेंट का कार्यक्रम है।पहले उनका आगमन 4 दिसम्बर को दोपहर 12.40 बजे जॉली ग्रांट एयर पोर्ट पर होना था।
भगत ने बताया कि यह इस दौरे की विशेषता है की नड्डा जहां मंत्रिमंडल व कोर कमेटी के साथ बैठक करेंगे वहीं वे पार्टी की दो प्राथमिक इकाइयों बूथ व मंडल समितियों के साथ भी बैठक करेंगे। यह देश के इतिहास और किसी भी पार्टी के इतिहास में पहली बार होगा जब राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश, ज़िला, मंडल व बूथ कमेटियों के अध्यक्ष के साथ एक मंच पर बैठ कर बूथ की बैठक करेंगे । यह बूथ कमेटी की यह बैठक कार्यकर्ताओं की समानता व सम्मान का बड़ा संदेश भी देने वाली है।
उन्होंने कहा कि इस दौरे में नड्डा के भव्य स्वागत के साथ साथ कोविड नियमों का पालन करते हुए जनता व कार्यकर्ताओं की सहभागिता भी तय की गई है। इसके अलवा स्वागत में उत्तराखंड की संस्कृति को भी प्रस्तुत किया जाएगा।
भगत ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी अपने राष्ट्र व्यापी दौरे का प्रारम्भ देव भूमि उत्तराखंड से कर रहे हैं व पहले दिन माँ गंगा की आरती व संतों से भेंट करेंगे।