आंखो पर पट्टी बांधकर मासिक पेपर हो गए तैयार,पेपर में गलतियों के अंबार,क्या सरकार लेगी संज्ञान
देहरादून । उत्तराखंड शिक्षा विभाग अक्सर सुर्खियों में रहता है,लेकिन एक बार फिर से शिक्षा विभाग सुर्खियों में आ गया और मासिक परीक्षाओं में जो प्रश्न पत्र छात्रों को दिए जाते हैं,उसमें गलतियों को लेकर एससीआरटी जोकि मासिक परीक्षा तैयार करवाता है, वह सवालों के घेरे में आ गया कि आखिरकार जिस तरीके से प्रश्नपत्र में गलतियां पाई गई है,उसके लिए कौन जिम्मेदार है। बताया जा रहा है कि हरिद्वार जनपद में कक्षा 6,11 और 12 के अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र जो कि छात्रों को दिया गया था, उसमें कई स्पेलिंग मिस्टेक सेंटेंस पाई गई। जिसको शिक्षक बड़ी तेजी से इसे वायरल भी कर रहे हैं और सवाल भी खड़े कर रहें है, किआखिरकार जिनकी जिम्मेदारी प्रश्न पत्र तैयार करने और उसको प्रिंट करवाने की है, वह आंखों पर पट्टी बांधे क्यों रहते हैं, जिसकी वजह से शिक्षा विभाग को भी बदनाम होना पड़ता है,जी हां अंग्रेजी का जो कक्षा 6,11 और 12 का प्रश्न पत्र वायरल किया गया है, उसमें गलतियों की एक नहीं कई भरमार देखी जा सकती है, कि आखिरकार किस तरीके से जो मीनिंग है उनमें कई जगह पूरे सेंटेंस को ही गलत दर्शाया गया है। क्या कुछ गलतियां प्रश्न पत्र में है वह आप देख सकते हैं। हालांकि यह भी पूरी तरीके से विभागीय जांच का भी विषय है कि आखिरकार यह प्रश्न पत्र कहां तैयार हुआ किस तरीके से तैयार हुआ और कैसे इसमें इतनी सारी गलतियां पाई गई, हालांकि जब इस संबंध में हमने एससीआरटी निदेशक सीमा जौनसारी को फोन मिला कर जानने की कोशिश की तो उनका फोन बंद आया तो वही शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की संज्ञान में भी मामला लाकर उनसे पूरे मामले में जानकारी लेने की कोशिश कर रहे थे,लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया, इसलिए जो प्रश्न पत्र वायरल किए जा रहे हैं और उनमें गलतियों का जिक्र किया जा रहा है उसका वास्तव में शिक्षा विभाग को जांच करनी चाहिए ताकि जिस विभाग की जिम्मेदारी छात्रों के भविष्य संवारने की है उस विभाग से इस तरह की गलतियां ना हो तो बेहतर होगा।