मुख्यमंत्री के आदेशों को नहीं मानते कैबिनेट मंत्री,मुख्यमंत्री के आने से पहले विधानसभा में पसरा रहा सन्नाटा
देहरादून । उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आदेशों को नहीं मानते हैं,जी हां ऐसा एक दो मंत्री नहीं सभी कैबिनेट मंत्री है जो मुख्यमंत्री के आदेशों का अनुपालन नहीं करते है। ये हम इसलिए कह रहे है कि क्योंकि 17 फरवरी 2020 को मुख्यमंत्री के द्धारा सभी कैबिनेट मंत्री को एक आदेश जारी होता है जिस के तहत प्रत्येक मंत्री को बुधवार और गुरूवार को विधानसभा में बैठना अनिवार्य किया गया था,लेकिन 17 फरवरी सोमवार के दिन जारी हुए आदेश के बाद 19 फरवरी को बुधवार के दिन कोई भी मंत्री विधानसभा नहीं पहुंचा,जिससे कहा जा सकता है कि जो आदेश मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों को दिए थे उसका पालन उनके मंत्रियों के द्धारा नहीं किया गया है।
मंत्रियों ने नहीं किया पालन,लेकिन मुख्यमंत्री पहुंचे विधानसभा
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दरअसल आम जनता की समस्यसाएं विधानसभा में निपटाने के लिए खुद भी और मंत्रियों को भी विधानसभा में बैठने के लिए आदेश जारी किए है। जिससे सरकार और जनता के बीच की दूरी को खत्म किया जाएं और जनता के काम आसानी से निपटाएं जाएं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आदेश जारी करने के बाद पहले दिन अपने आदेश का पालन तो किया लेकिन कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री के आदेश का पालन नहीं किया। हांलाकि मुख्यमंत्री खुद की अपने कैबिनेट मंत्रियों के विधानसभा न पहुंचने को लेकर बचाव करते आएं,मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजय वर्गी की बेटे की सादी में शिरक्त करने के चलते कैबिनेट मंत्री विधानसभा नहीं पहुंच पाएं । लेकिन ऐसा में देखना ये होगा कि कल कितने मंत्री विधानसभा पहुंचे है।