सीएम की अग्नि परीक्षा,गलत अधिकारी पर करें कार्रवाई, विधायक को रोकने वाले अधिकारी हो सम्मानित – प्रीतम सिंह
देहरादून । उत्तर प्रदेश की निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी को बद्रीनाथ धाम और केदारनाथ धाम के सैर सपाटे के पास बनाए जाने वाले अधिकारी के खिलाफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कार्रवाई करने की बात कही है । आपको बता दें अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश की सिफारिश पर उत्तर प्रदेश के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी का पास देहरादून जिला प्रशासन के द्वारा बनाया गया है । जो अब सवालों के घेरे में हैं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि उत्तराखंड में अगर यदि किसी व्यक्ति को एक जिले से दूसरे जिले में जाना है तो उनके पास नहीं बनाए जा रहे हैं,या किसी दूसरे राज्य से कोई व्यक्ति उत्तराखंड आना चाहता है तो उसका पास नहीं बनाया जा रहा है। लेकिन लॉक डाउन की तमाम बाधाओं के बाद भी उत्तर प्रदेश के एक विधायक का पास बद्रीनाथ धाम और केदारनाथ धाम के लिए बनाया जाता है । वह भी तब जब अभी बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले नहीं है ,ऐसे में लॉक डाउन को देखते हुए जिस अधिकारी ने या जिस अधिकारी की सिफारिश पर उत्तर प्रदेश के विधायक का पास बनाया गया है । उस पर कार्यवाही होनी चाहिए। आपको बता दें कि उत्तरप्रदेश प्रदेश के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी उत्तराखंड में लॉक डाउन के दौरान सैर सपाटे के बहाने अपना और अपने साथियों का पास अपनी हनक के आधार पर बना देते हैं । जिसको उत्तराखंड शासन में बैठे अधिकारी अपनी पहुंच के बलबूते आसानी से बना देते हैं । जैसे कि अमनमणि त्रिपाठी सच में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के पितृ कार्य के लिए बद्रीनाथ जा रहे हो । जी हां उत्तराखंड के शासन में बैठे बड़े अधिकारी और जिला प्रशासन के इस बात पर पास जारी करता है कि वह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पितृ कार्य के लिए बद्रीनाथजारी जा रहेहै । जो अब उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश में सवालों के घेरे में आखिर लॉक डाउन के चलते कैसे एक विधायक उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड के सुदूरवर्ती जनपद चमोली तक पहुंच जाता है । मामला संज्ञान में आने के बाद उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश क्या पूरे देश में सुर्खियां बटोर लेता है, कि कैसे आखिर एक विधायक के साथ उसके 10 से 12 साथी लॉक डाउन की तमाम बाधाओं को पार करते हुए सैर सपाटे पर निकलते हैं। लेकिन देवभूमि और शांत वादियों के लिए जाने जाने वाले उत्तराखंड में इस तरीके की हरकत लॉक डाउन के बीच हो सकती है यह किसी ने नहीं सोचा था । लेकिन उत्तराखंड में बैठे उच्च अधिकारियों और देहरादून जिला प्रशासन के द्वारा यह सब कुछ हो गया यह किसी ने नहीं सोचा था । ऐसे में उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले विधायक का पास बनाने वाले अधिकारियों पर जहां कार्रवाई की बात कही है, वही चमोली जनपद के उन अधिकारियों को सम्मानित करने की बात कही है जिन्होंने विधायक का पास जारी करने वाले अधिकारियों तक की पहुंच को अनदेखा करने के साथ ही उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक को वापस करने की हिम्मत दिखा दी । ऐसे में देखना यह होगा कि जब मामला हाईप्रोफाइल हो चुका है तो क्या उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं,जिन्होंने विधायक का झूठा पास बनाने के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके पिता स्वर्गीय आनंद बिष्ट का भी सहारा लिया । कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि यह मुख्यमंत्री के लिए परीक्षा की घड़ी है के इन तमाम बातों का संज्ञान लेते हुए वह जीरो टायरलेन्स का नारा देते हुए इन अधिकारियों पर कार्यवाही करते हैं या नही।