प्रवासियों को ट्रेन से घर पहुंचाने के लिए बीजेपी में श्रेय लेने की होड़,रेल मंत्री के ट्वीट से समझे जा सकते है माईने
देहरादून। दुसरे रात्ज्यों में फंसे उत्तराखंड के प्रवासियों को ट्रेन से उत्तराखंड पहुंचाने को लेकर उत्तराखंड के भाजपा नेताओं में गजब का श्रेय लेने की होड़ देखी जा सकती है। जी हां प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए विशेष ट्रेन शुरू करने के लिए पहले भाजपा नेतओं में रेल मंत्री से वर्ता कर ट्रेन चलाने की अनुमति देने के लिए होड़ देखी गई वहीं अब जब ट्रेन शुरू हो गई है तभी भी यह होड़ देखी जा रही है। इसका अंदाजा रेल मंत्री पीयूष के ट्वीट से लगाया जा सकता हैं,जी हां सबसे पहले बात करते है रेल मंत्री से विशेष ट्रेन शुरू करने के अनुरोध को लेकर,सबसे पहले राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ने बकादा इस बात का ऐलान किया कि उनहोने रेल मंत्री से दुसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंड वासियों को रेल से लाने के लिए अनुरोध किया है। जिससे रेल मंत्री ने स्वीकृति दे दी है। जिस दिन अनिल बलूनी ने रेल मंत्री से बात की उसी दिन कुछ घंटे बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी प्रवासियों को लाने के लिए 12 स्पेशल ट्रेन चालने की मांग रेल मंत्री से कि जिसे रेल मंत्री ने स्वीकार कर दिया। इसके बाद लगतार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के द्धारा ही रेल मंत्री से बार्ता करने बात आती रही है और जैसे की रेल मंत्रालय ने उत्तराखंड के लिए विशेष ट्रेन शुरू करने का ऐलान किया मुख्यमंत्री ने सबसे पहले रेल मंत्री पियूष गोयल का भी आभार व्यक्त किया।
रेल मंत्री के ट्वीट के निकाले जा रहे है कई मायिने
हांलाकि उत्तराखंड के लिए विेशेष ट्रेनें चलाना शुरू हो गया है और अब तक कई लोगों ट्रेनों के माध्यम से उत्तराखंड भी पहुंच गए है,लेकिन रेल मंत्री पियूष गोलय की ट्वीट से उत्तराखंड में लोग सोचने पर मजबूर हो गए है कि आखिर रेल मंत्री मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के प्रयासों की सरहाना एक साथ क्यों कर रहे है। कही ऐसा तो नहीं रेल मंत्री तीनों नेताओं को नाराज नहीं करना चाहते हो और इसलिए उन्होने अपने ट्वीट में तीनों के प्रयासों का जिक्र किया है। हांलाकि रेल मंत्री ने किस मकसद से ऐसा किया,लेकिन उत्तराखंड में इसे श्रेय लेने की नजर से देखा जा रहा है। कि मुख्यमंत्री,अनिल बलूनी और निशंक इसका श्रेय लेना चाहते है कि उनकी प्रयासों से उत्तराखंड के लिए स्पेशल ट्रेन चलनी शुरू हुई। खैर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक इस लिष्ट में तब पूरी सीन में आते है जब रेल मंत्री उनके प्रयासों का जिक्र करते है और निशंक समर्थक रेल मंत्री के ट्वीट को खूब शेयर शोसल मीडिया पर कर रहे है कि रमेश पोखरियाल निशंक की भूमिका भी स्पेशल ट्रेन चालने में महत्वपूर्ण रही है । वहीं मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के बीच श्रेय लेने का शिशिला पहले की दिन देखने को मिल गया था। जब रेल मंत्री से दोनों ने बात कर स्पेशल ट्रेन चालने का आश्वासन प्रवासियों को दे दिया था। हालांकि बीजेपी के अंदर बेशक इसे वर्चस्प की जंग के रूप में देखा जा रहा हो और सियासी चस्मे से इसे तोला जा रहा हो लेकिन जो प्रवासी उत्तराखंड पहुंच रहे है उनहे इससे काई मतलब नहीं है क्योंकि उनकी समस्या का समाधान तो होे गया है।