कोरोना महामारी के दौर में गाड़ी छोड़ एम्बुलेंस से निकलते कांग्रेस नेता धस्माना,एम्बुलेंस से जनता की कर रहे है सेवा
देहरादून। कोराना वायरस महामारी के दौरान कम ही जनप्रतिनिधि और नेता ऐसे होंगे जो जनता के बीच पहुंचकर जनता की सेवा नहीं कर रहे है। हांलाकि उत्तराखंड की बात करें तो उत्तराखंड के बड़े नेता बेशक कोराना वायरस के भय से घरों से बाहार न निकले हो,लेकिन जो जमीन से जुड़े नेता और जनता के बीच सुख दुःख में जनता के साथ खडे रहते है वह नेता लाॅक डाउन की मुसिबत की घड़ी में जनता के बीच उनके दुखों को दूर करने का काम करते रहे। चाहिए फिर उनहे आवश्यक मदद के जरिए हो या फिर इस समय राशन बांटकर सबसे बड़ी परेशानी दूर कर हो। ये बात सत्य है कि कोराना के भय से उत्तराखंड के कइ्र्र बड़े नेताओं ने जनता की सुध नहीं ली है। लेकिन उत्तराखंड में भाजपा के कई विधायकों के साथ कांग्रेस के भी कई विधायकों ने इस समय जनता का दिल ही नहीं जीता है,बल्की जनप्रतिधि की परिभाषा में परिभाषित कर दी है,लेकिन इन सब के बीच कई कई नेता ऐसे भी है जो अभी जनता की सेवा में लगे है। इन्ही में एक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना भी है। जो पिछले 45 दिनों से जनता की मदद अलग अंदाजा में कर रहे है।
एम्बुलेंस में सफर कर जनता की मदद कर रहे धस्माना
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना प्रदेश में क्वांरटाईन होने वाले पहले व्यक्ति थे,और धस्माना को इसलिए क्वांरटाईन होना पड़ा क्योंकि वह सरकारी व्यवस्था का जायजा लेने दून मेडिकल काॅलेज पहुंच गए थे। धमस्माना ने 28 दिन प्रशासन के द्धारा जारी गाईड लाइन का पूरा पालन किया,लेकिन उसके बाद धस्माना ने जनता की सेवा में जुट गए है,अगर 28 दिन सूर्यकांत धस्माना क्वांरटाईन न होते तो अभी तक और भी ज्यादा लोंगो की मदद धस्माना के द्धारा की जा चुकी होती। लेकिन फिर भी सूर्यकांत धस्माना 45 दिनों से अपनी गाड़ी छोडकऱ अपने देव भूमि मानव संसाधन विकास ट्रस्ट की एम्बुलेंस में राशन किट के साथ रोज घर से निकले है और हर रोज जरूरत मंद लोंगों की बीच मदद को पहुंच जाते है। अभी तक अपने ट्रस्ट की एम्बुलेंस से धस्माना ने 11 हजार से ज्यादा लोगों को राशन किट बांट चुके है और आगे भी यह सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है।