कांग्रेस के घोषणा पत्र में शिक्षा की स्थित बेहतर करने का होगा जनता से वादा,आरटीई में एडमिशन में गिरावट चिंता का विषय
देहरादून । आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का घोषणा पत्र कैसा हो इसकी कसरत व्यापक पैमाने पर कांग्रेस ने शुरू कर दी है। इसी के तहत कांग्रेस की मैनिफेस्टो कमेटी के संयोजक सूर्यकांत धस्माना ने गोविंदगढ़ स्थित स्नेहा पब्लिक स्कूल में शिक्षिकाओं के एक समूह से विचार आमंत्रित किये । शिक्षिकाओं की तरफ से महत्वपूर्ण सुझाव आये। शिक्षिका गौरी शर्मा ने कहा कि पिछले तीन चार वर्षों से शिक्षा का अधिकार कानून के तहत आने वाले बच्चों की संख्या में भारी गिरावट आई है , उन्होंने कहा कि इसके कारण की समीक्षा करने पर यह पता चला कि आरटीई के अंतर्गत शत प्रतिशत बच्चे कमजोर तबके से आते हैं जिनमें से अधिसंख्य बच्चों के माता पिता अशिक्षित होते हैं व उनको ऑन लाइन क्या होता है,यही नहीं पता जिसके कारण अब बच्चों की आमद लगातार घटती जा रही है क्योंकि उनके अभिभावक ऑन लाइन आवेदन करने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि इस नीति में परिवर्तन होना चाहिए व आन लाइन के साथ साथ ऑफ लाइन का भी विकल्प होना चाहिए। शिक्षिका उषा खन्ना ने कहा कि आरटीई में कक्षा 8 तक का फ्री शिक्षा का प्रावाधान है। जिसके कारण यह देखा गया है कि कक्षा 8 के बाद छात्राएं आगे नहीं पड़ पाती। क्योंकि उनके अभिभावक आगे की पढ़ाई कराने में सक्षम नहीं होते, इसलिए 8 वीं कक्षा के बाद कि जिम्मेदारी राज्य सरकार ले ऐसा कांग्रेस प्रस्ताव कर सकती है। शिक्षिका डॉक्टर रीता राव ने कहा कि महिला शशक्तिकरण की नीतियों के क्रियान्वयन के लिए कठोर निगरानी होनी चाहिए व लोकायुक्त जैसी संस्था का हर हाल में अस्तित्व राज्य में हो यह कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में अवश्य शामिल करें। शिक्षिका रेचल सिंह ने राज्य में सीबीएसई पैटर्न सभी स्कूलों में समान रूप से लागू करने की बात कही। इस अवसर पर शिक्षिकाओं ने सूर्यकांत धस्माना को रक्षासूत्र राखी बांधी व शुभकामनाएं दी। धस्माना ने शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि इस बार जब उनके भाई को कांग्रेस हाई कमान ने बड़ी जिम्मेदारी दे कर राज्य के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र 2022 के लिए तैयार करने का आदेश दिया है तो निश्चित रूप से कांग्रेस का घोषणापत्र जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप होगा व उसमें महिला ,शिक्षा और स्वास्थ्य प्राथमिकता में सबसे ऊपर होगा।