उत्तराखंड में 80 शिक्षकों को कोरोना होने पर कांग्रेस ने सरकार के निर्णय पर उठाए सवाल,दिसंबर तक स्कूल बंद करने की मांग
देहरादून । उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री नवीन जोशी ने राज्य सरकार के स्कूलों को खोलने के फैसले को छात्र हित में अनुचित ठहराया है। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री नवीन जोशी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि पूरा देश कोरोना महामारी से लडाई लड़ रहा है तथा उत्तराखण्ड प्रदेश के प्रत्येक जिले में रोज सैकडों की संख्या में कोरोना संक्रमित बढते जा रहे हैं। बढती सर्दी के साथ ही कोरोना का रूप और अधिक प्रचण्ड होने की संभावना जताते हुए चिकित्सकों द्वारा जहां एक ओर कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। वहीं राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थाओं को खोलने का फैसला छात्र हित में उचित नहीं ठहराया जा सकता है। नवीन जोशी ने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से संज्ञान में आ रहा है कि पर्वतीय जनपदों में विद्यालय खोलते ही 80 शिक्षक कोरोना संक्रमित पाये गये हैं जिसके चलते 84 विद्यालयो को तत्काल बन्द कर दिया गया है ऐसे में बिना एहतियात के स्कूल खोलने के सरकार के निर्णय की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा छात्रों के अभिभावकों से लिखित में मांगने के निर्देश जारी किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन अभिभावकों ने अभी तक अपने बच्चों को इस महामारी से बचाये रखा है सरकार के स्कूल खोलने के निर्णय के कारण वे असमंजस की स्थिति में हैं। कोरोना महामारी के लगातार बढते मामलों के कारण प्रदेश की जनता अपने बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति भयभीत है ऐसे में विद्यालयों में जल्दी से शिक्षा का अनुकूल माहौल बन पाना कठिन दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के लगातार बढ़ते प्रकोप के चलते 12वीं क्लास तक के विद्यालयों को खोलना किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता है साथ ही छात्र-छात्राओं को सोशल डिस्टेंसिग एवं अन्य बचाव के उपायों का अनुपालन कराना काफी कठिन होगा जिसके कारण कोरोना महामारी भयावह रूप धारण कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया के सामने इस्राइल एवं अमेरिका का उदाहरण है जहां पर स्कूल खोलने पर 70 प्रतिशत से अधिक बच्चे कोरोना महामारी से संक्रमित हो गये थे तथा इन देशों को पुनः लाॅक डाउन जैसे उपायों का सहारा लेना पड़ा है। नवीन जोशी ने राज्य सरकार से मांग की है कि छात्रहित में राज्य के सभी विद्यालयों को दिसम्बर के अंत तक बन्द रखा जाय।