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रणजीत रावत को पार्टी से बाहार करने की मांग,हरीश समर्थकों ने फूंका रणजीत रावत का पुतला लगाए मुर्दाबाद के नारे

देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और हरीश रावत सरकार में औद्योगिक सलाहकार रहे रंजीत रावत के खिलाफ हरीश रावत समर्थकों में नाराजगी अब देखने को मिल रही है आपको बता दें कि हरीश रावत के समर्थकों के द्वारा हरीश रावत को 2022 के लिए जब मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए जाने का सवाल रंजीत रावत से पूछा गया तो रंजीत रावत ने हरीश रावत को आराम करने की सलाह दी साथ ही हरीश रावत की उम्र का हवाला भी दे दिया जबकि रंजीत रावत ने हरीश रावत के द्वारा की जा रही बयानबाजी से पार्टी को नुकसान होने की बात भी कही लेकिन रणजीत रावत के बयान से अब हरीश रावत समर्थक उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन ही नहीं रंजीत रावत का पुतला तक फूंक रहे है। जी हाँ लक्सर क्षेत्र के सुल्तानपुर में अली चौक पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत रावत का पुतला दहन कर नारेबाजी की उन्होंने कहा हरीश रावत एक अपने आप में ईमानदार साफ छवि के नेता है। जिसकी ईमानदारी को देखते हुए कांग्रेश अध्यक्ष ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया और पंजाब का प्रभारी भी बनाया पूर्व विधायक रंजीत रावत अपने आप में एक बहुत छोटी सोच के व्यक्ति हैं।जो अपने आप को चर्चा में रखने के लिए गलत टिप्पणी करते रहते हैं। इस तरह के किसी भी पदाधिकारी को कांग्रेस पार्टी में रहने का कोई अधिकार नहीं है। और रंजीत रावत को पार्टी से निकाल कर बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। जिससे कोई दूसरा इस तरह की हिम्मत न कर सके क्योंकि देश आजादी से लेकर अब तक कांग्रेस पार्टी के हर इतिहास को देख सकते हैं।कि हरीश रावत जैसे नेता पार्टी में टिके रहते हैं और रंजीत रावत जैसे व्यक्ति इधर-उधर के बयान देकर पार्टी को कमजोर करने का काम कर रहे हैं।उन्होंने रंजीत रावत का पुतला भी दहन कर पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है। पुतला फूंकने के साथ ही हरीश समर्थकों ने रंजीत रावत मुर्दाबाद के नारे तक लगाए हैं ऐसे में देखना ही होगा कि आखिर अब कांग्रेस के भीतर जब इस तरीके का झगड़ा देखने को मिल रहा है जब 2022 के विधानसभा चुनाव को लड़ने से पहले सरकार के खिलाफ लड़ने की बजाय कांग्रेसी कार्यकर्ता आपस में लड़ रहे हैं तो किस तरीके से कांग्रेस एकजुट हो पाती है।

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