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देवस्थानम बोर्ड को लेकर नैथानी ने दिखाए आक्रमक तेवर,देवप्रयाग के तीर्थपुरोहित के हक्क की भी उठायी आवाज

देहरादून। चार धाम देवस्थानम प्रंबंधन बोर्ड को लेकर एक बार सियासत तेज हो गई है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बयान के बाद एक बार फिर चार धाम देवस्थानम प्रंबंधन बोर्ड को लेकर जहां तीर्थपुरोहितों में आक्रोश है वहीं कांग्रेस सरकार पर महलावर हो गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने जहां साफ कर दिया है कि 2022 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद बोर्ड को भंग कर दिया है। वहीं चार धाम देवस्थानम प्रंबंधन बोर्ड को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैाथानी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जो घोषणा बोर्ड को लेकर कही थी,उस पर मुख्यमंत्री को जल्द ही अम्ल करना चाहिए। मंत्री प्रसाद नैथानी का कहना है पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ये कानून क्यों बनाया ये समझ से परे हैं। नैथानी का कहना है कि 2004 में पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के समक्ष भी पर्यटन सचिव बोर्ड को बनाने का प्रस्ताप आया था,लेकिन तीर्थ पुरोहितों के हितों को देखते हुए इस लागू तक नहीं किया। अब बोर्ड में चुपके से सदस्य भी बनाए जा रहे वह भी उन लागों को सदस्य देवस्थानम बोर्ड में बनाया जा रहा है,जिनका कोई मतलब नहीं है,अमीर परिवार के लागों के को सदस्य बनाया जा रहा है। जबकि देवप्रयाग के साथ भेदभाव किया जा रहा है। देवप्रयाग के तीर्थपुरोहितों को बोर्ड में सदस्य नहीं बनाया जा रहा है जो कि पूरी तरह से गलत है,बीजेपी की प्रदेश सरकार के द्धारा पहले देवप्रयाग का कुंभ बजट काटा गया और अब देवस्थानम बोर्ड में देवप्रयाग के लोगों को इसमें शािमल नहीं किया जा रहा है। नैथानी ने हेमवंती नंदन बहुगुणा का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वह बद्रीनाथ आए थे,तो उन्होने देवप्रयाग के तीर्थपुरोहितों को विशेष सम्मान देने की बात कही थी। मंत्री प्रसाद नैथानी का कहना है कि कांग्रेस तीर्थपुरोहितों के साथ है,बोर्ड अगर भंग नहीं होता है तो इसको लेकर आंदोलन भी किया जाएगा।

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