लॉक डाउन की वजह से उत्तराखंड में अपराध और सड़कों हादसों का गिरा ग्राफ,दहेज हत्या के मामलों ने बढ़ाई चिंता,देखिए हर एक आंकड़ा
देहरादून। कोराना वायरस महामारी की वजह से लाॅक डाउन को होने के चलते ऐसे आंकडे हम आपके सामने रख रहे जिसे सड़क हादसों में कमी साथ अपराध में कमी आइ है। जी हां उत्तराखंड की बात करें तो अप्रैल माह के ये आंकड़े बयां कर रहे है कि किस तरह अप्रैल महीना उत्तराखंड के लिए सड़क हादसों में कमी के लिए याद रखा जाएंगा। 2020 अप्रैल माह में प्रदेश में सडक हादसे में 4 लोंगों की मौत वहीं 2019 अप्रैल महा में ये आकणा 74 था जबकि अप्रैल 2018 माह में ये आंकणा 63 था। घायालों की बात करें तो 2020 अप्रैल माह में प्रदेश में सडक हादसे में 17 लोग घायल हुए तो वहीं 2019 अप्रैल महा में ये आकणा 86 था जबकि अप्रैल 2018 माह में ये आंकणा 165 था। पूरे प्रदेश में सड़क हादसों की बात करें तो अप्रैल महीने 2020 में 12 सड़क हादसे हुए तो 2019 माह अप्रैल में सड़क हादसों का आंकणा 107 था जबकि 2018 अप्रैल माह में सड़क हादसों का ये आकणां 126 था। यानी कुल मिलकार देखे तो 2020 अप्रैल महीना जहां कारोना वायर महामारी के प्रकोप और लाॅक डाउन के लिए लोग याद रखेंगे तो वहीं सड़क दुर्घटनाओं में आई कमी और सड़क हादसों में लोगों की मृत्यु में आई कमी को लेकर भी यादा रखा जाएंगा। फिर भी हम आपसे यही अपील करते है कि यदि आप यातायात के नियमों का और ओवर स्पीड का इस्तेमाल न करें तो ये आंकड़े लाॅक डाउन के खुलने के बाद भी यही हर महीने रह सकते है।
अपराध में आई कमी,लेकिन दहेज हत्या के मामले चिंता जनक
इसी तरह लाॅक डाउन के चलते अपराध की बात करे तो अपराधों में भी कमी आई अप्रैल महीने के 3 सालों के आंकणे बयां करते है। खास कर बलात्कार के तहत दर्ज होेने वाले मुकदमों की बात करें तो 2020 अप्रैल महीने में 2 बलात्कार के मामले दर्ज हुए है जबकि 2019 अप्रैल महीने में 43 तो 2018 में अप्रैल महीने में 42 बलात्कार के मुकदमें दर्ज किए गए थे। चोरी डकैती और लूट के आंकणों में भी काफी गिराव अप्रैल महीने में आई है। दहेज हत्यों के 5 मामले अप्रैल महीने में दर्ज हुए है जो चिंता का विषय है क्योंकि यही आंकणा 2018 अप्रैल माह में दर्ज हुआ था तो 2019 अप्रैल माह में में यह आंकणा 7 था।