शिक्षकों के तबादलों पर शिक्षा मंत्री का बयान,एक्ट के तहत हुए है तबादले,जरूरत पड़ी तो फिर किए जाएंगे ट्रांसफर,राम सिंह चौहान को दिया आश्वासन
देहरादून। शिक्षा विभाग में जहां 3000 से ज्यादा शिक्षकों के ट्रांसफर हुए हैं, वहीं शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि पहली बार एक साथ तीन हजार से ज्यादा शिक्षकों के ट्रांसफर हुए हैं, धन सिंह रावत का कहना है कि ट्रांसफर एक्ट के साथ पारदर्शी तरीके से ट्रांसफर हुए हैं,शिक्षा विभाग ही नहीं स्वास्थ्य विभाग में भी ट्रांसपेरेंसी के साथ ट्रांसफर हुए हैं,जिसको लेकर डॉक्टर भी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं,कि पहली बार बेहतर तरीके से ट्रांसफर हुए है । वहीं शिक्षा विभाग की बात करें तो शिक्षा विभाग में ट्रांसफर एक्ट के तहत ट्रांसफर हुए हैं यदि शिक्षक संगठनों को कोई दिक्कत ट्रांसफर को लेकर है तो वह अधिकारियों से या खुद उनसे आकर मुलाकात कर सकते हैं जिसका समाधान निकाला जाएगा वही शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत का कहना है कि यदि ट्रांसफर होने के बाद भी कुछ जगह खाली बस्ती है तो उसके बाद फिर से ट्रांसफर किए जाएंगे।
मंत्री ने राम सिंह चौहान से फोन पर की बात
वहीं राजकीय शिक्षक संगठन के पूर्व अध्यक्ष राम सिंह चौहान के द्वारा तबादला लिस्ट जारी होने के बाद कई शिक्षकों के नाम तबादला लिस्ट से हटाए जाने का मुद्दा उठाया है जिसमें उन्होंने कहा है कि कई शिक्षकों के ट्रांसफर एक्ट के हिसाब से लिस्ट में सबसे ऊपर होने चाहिए थे लेकिन उन्हें दूसरी जगह न भेजा जाए इसलिए उनके नाम लिस्ट से हटाए गए हैं साथ ही कई ऐसी गंभीर बीमारी वाले शिक्षकों के तबादले कर दिए गए हैं,जो उचित नहीं है लेकिन शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने इसका संज्ञान लेते हुए राम सिंह चौहान से फोन पर बात करते हुए आश्वासन दिया है कि यदि कोई शिक्षक गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं और उनकी यदि अगर ट्रांसफर नहीं हुए हैं या जो बीमार है उनका ट्रांसफर किया गया है तो उनकी सूची व उनके संज्ञान में लेकर आ जाए ऐसे शिक्षकों को राहत दी जाएगी ताकि किसी भी शिक्षक के साथ अन्याय ना हो जो बीमार है।