हरदा ने निशंक से की मांग,12 वीं की बोर्ड परीक्षा कराने की हट छोड़ने की कही बात
देहरादून। बोर्ड की 12वीं की #परीक्षा होगी, यह निर्णय समझ में नहीं आ रहा है। एक तरफ #कोरोना की दूसरी लहर इतनी प्रबल है और #तीसरी लहर का डर बना हुआ है। माॅ-बाप, परीक्षा केन्द्र तक बच्चे को छोड़ेंगे, मगर #परीक्षा_केन्द्र में क्या गारंटी है कि शेष सब लोग कोरोना निगेटिव होंगे, यदि उनमें से एक भी व्यक्ति पाॅजिटिव होगा तो बच्चों की जिन्दगी खतरे में पड़ सकती है। मैं, माननीय केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री, डाॅ0 #रमेश पोखरियाल निशंक जी से आग्रह करूंगा कि वो परीक्षा करवाने की हठ छोड़ें। #अच्छा निर्णय है, #कोरोनाकाल में जिन बच्चों ने अपने माॅ-बाप को खो दिया है और जिस घर ने अपने कमाने वाला सदस्य खो दिया है, उनकी मदद के लिये #राज्य_सरकार के हाथ आगे बढ़ें और इस कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुये बच्चों को 5 प्रतिशत क्षैतिजीय #आरक्षण की जो बात कही गई है, मैं उसका स्वागत करते हुये यह सुझाव देना चाहूंगा कि किसी भी दुर्घटना में यदि किसी परिवार का कमाने वाला सदस्य अकाल कालकल्वित होता है, तो ऐसे #परिवार के बच्चों को आरक्षण देना और आर्थिक मदद देना, एक अच्छा कदम है और मैं, #कांग्रेस से भी आग्रह करूंगा कि इस कदम को भविष्य के लिये वो अपने वादे के तौर पर याद रखेंगे। लेकिन #तीरथ_सिंह जी ने यह अच्छा कदम उठाया है। लगता है, उनके #प्रधान_सलाहकार का अनुभव उनके काम आने लग गया है।