हरदा ने बीजेपी अध्यक्ष के संवाद को बताया रावण जैसा,रामपुर तिराहा कांड अभियुक्त के तार भाजपा से जुड़े होने पर उठाए सवाल
देहरादून । इन दिनों हरीश रावत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के बीच जुबानी जंग देखने को मिल रही है। पहले हरीश रावत के एक नृत्य वाले बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने हरीश रावत को कहा कि राजस्थान में इन दिनों बहुत हलचल मची है वहां जाकर नृत्य करें तो वहीं अब हरीश रावत ने बंशीधर भगत पर हमला किया है। हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए बंशीधर भगत पर तीखा हमला किया है,हरीश रावत ने पोस्ट करते हुए लिखा है, पाठ दशरथ का और बोल रावण के, जी हां हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत जी रामलीला में दशरथ का पाठ करते हैं, मगर बोल रावण वाले बोल जाते हैं। वो चाहते हैं कि, मैं प्रायश्चित करूं, भगत जी मैं निश्चित तौर पर 2022 में कांग्रेस की सरकार वापस लाकर प्रायश्चित करूंगा। आपने बहुत ठीक कहा कि, मेरी कुछ कमियां रह गई, जिन कमियों के कारण 2017 में उत्तराखंड में मेरे बाद कुछ भी काम न करने वाली सरकार आयी। रामपुर तिराहा कांड में कौन दोषी है, इस विषय में मुझसे पूछने के बजाय, उस समय में सतपाल_महाराज के बयानों को जरा सा पढ़ लीजियेगा, और यदि आपको वो बयान न खोजने को मिलें, इतना जरा याद कर ली जियेगा कि रामपुर तिराहा कांड का एक अभियुक्त जो आपकी पार्टी के मुख्यमंत्री के साथ केन्द्र में मंत्री रहते के प्राइवेट सेक्रेटरी रहे हैं, और जिस दिन आप इस सत्य को खोज लेंगे तो फिर रामपुर तिराहा कांड में भाजपा की भूमिका के लिये, आपके पास माफी मांगने के अलावा कोई रास्ता नहीं रहेगा। आप मुझसे कहते हैं कि, केंद्रीय_मंत्री के रूप में क्या किया, मैं तो जमरानी को नेशनल प्रोजेक्ट के रूप में राज्य को देकर के गया, मगर आपके नाम राशि जब वहां से नेता बने, तो उन्होंने एचएमटी को जो हमारी शान थी उसको बंद करवा दिया। आईडीपीएल जो हमारी शान थी उसको बंद करवा दिया-हरीश रावतआगे हरीश रावत ने वार करते हुए लिखा कि आईडीपीएल जो हमारी शान थी उसको बंद करवा दिया, बस्ता बड़ा लंबा है, आपकी पार्टी के और आपके नेताओं के कुछ न करने का, तो आगे जितना खुलावोगे उतना खुलता जायेगा, बेहतर यह है कि, मां_गंगा को #स्क्रैप_चैनल के सन्दर्भ में जो निर्णय उस समय लिया गया, वो उस समय के जनहित को देख कर लिया गया, अब हम सबके भावात्मक हित में आप उस निर्णय को वापस करवाईये, उसको रद्द करवाईये।