शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में बच्चों ने चुपके से खा लिए मिडेमिल के केले,प्रधानाध्यपिका पर बच्चों को जमकर पीटने का आरोप,डीएम के पास पहुंचा मामला
देहरादून। जिला ऊधम सिंह नगर के रा0बा0उ0मा0वि0 रामनगर, रूद्रपुर मे स्कूल के छात्रों को महिला शिक्षिका द्वारा पीटने व चरित्र खराब करने जैसी धमकी देने का मामला प्रकाश मे आया है। जिसकी शिकायत बच्चों के अभिभावकों ने जिलाधिकारी से किये जाने की बात कही है। छात्रों के अभिभावकों से मिली जानकारी के अनुसार उनके बच्चे प्रतिदिन की भांति विद्यालय मे जाते हैं। परन्तु विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका पढ़ाने के बजाय उनसे झाडू लगवाना,बोरे उठवाना, झाडिया कटवाना आदि कार्य करवाती हैं और जब बालकों द्वारा भूख लगने पर स्कूल एम०डी०एम० के रखे केले खा लिये गये तब प्रभारी प्रधानाध्यपिका रचना बर्गली द्वारा बच्चो को डंडो से निर्दयता से पीटा जाता है। मामला मीडिया के संज्ञान में तब आया जब बच्चों द्वारा घर पहुँचकर उसे इंस्टाग्राम पर अपने दोस्तो को शेयर किया। वॉयरल कमेंट की जांच करने पहुंचे पत्रकारों के समक्ष बच्चों के अभिभावकों ने उक्त अध्यापिका के खिलाफ ढ़ेरों आरोप लगाए। उनका कहना है कि घटना के बाद से ही लगातार अध्यापिका द्वारा बच्चो को धमकाने की शिकायतें मिल रही हैं। ड्रेस व स्कूल का अन्य सामान की चोरी लगाने की धमकी का आरोप अभिभावको द्वारा शिक्षिका के विरुद्घ लगाया गया है। साथ ही अभिभावकों द्वारा बताया गया कि इंस्टाग्राम के फोटो में चोटिल बालक समीर अली को अकेले ऑफिस मे ले जाकर प्रताडित करते हुए दबाव मे लेकर बच्चे से झूठा विडियो बनाया गया और धमकी दी गयी कि सामाजिक अध्ययन के प्रेक्टिकल मे तुम्हारे अंक कम कर दूंगी व तुम पर तमाम आरोप लगाकर तुम्हारी टी0सी0 काट दूंगी। जितने बच्चे ने केले खाये है ,सबको एक-एक केले की कीमत रूपये 100 /- देनी पडेगी। ये केले तुम्हारे लिये नही रखे थे जो तुम खा गये। अभिभावकों ने न्याय की गुहार लगाते हुए जिलाधिकारी को सम्बोधित पत्र में लिखा है कि यदि विद्यालय में इसी प्रकार भय और आक्रामक व्यवहार बच्चों के साथ किया जायेगा तो ऐसे में उनके बच्चों का मानसिक विकास संभव नही है। उन्होने महिला अध्यापिका से बच्चो की सुरक्षा और स्कूल के भयमुक्त वातावरण बनाते हुए दोषी अध्यापिका पर कठोर कार्यवाही की मांग की है। वहीं उक्त प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने ऐसी किसी भी मारपीट से इंकार किया है।