सरकार के द्वारा एस्मा लागू करना दुर्भाग्यपूर्ण – राम सिंह चौहान
देहरादून। उत्तराखंड में कर्मचारियों की हड़ताल पर 6 महीने की रोक लगा दी गई है,जिसको लेकर आदेश भी जारी हो गया है सरकार के द्वारा कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर एस्मा लागू किया गया है, जिसके दौरान कर्मचारी चाह कर भी हड़ताल नहीं कर सकते हैं। एस्मा लागू होने के आदेश को लेकर हर कोई सोच रहा है कि आखिरकार इस समय ऐसी क्या नौबत आई की कर्मचारियों की हड़ताल पर रोक लगाई गयी है,लेकिन सचिव कार्मिक शैलेश बगौली का कहना है कि विकास कार्यों को गति देने और सामान्य निर्वाचन सही तरीके से संपन्न हो इसको लेकर एस्मा लागू किया गया है।
उत्तराखंड में अमूमन देखा जाता है कि जब कर्मचारी आंदोलन पर जाते हैं तो उस समय एस्मा लागू किया जाता है, लेकिन वर्तमान में कोई भी संगठन कर्मचारियों का ऐसा नहीं है जो की हड़ताल पर चल रहा हो, केवल शिक्षा विभाग में राजकीय शिक्षक संगठन अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत है, लेकिन वह भी शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं होने दे रहा है,और बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए एस्मा अगले महीने तक शिक्षा विभाग में लागू होना ही था। लेकिन प्रदेश भर के कर्मचारियों के लिए एस्मा लागू होना कर्मचारी भी समझ नही पा रहे हैं। लेकिन राजकीय शिक्षक संगठन के अध्यक्ष राम सिंह चौहान के द्वारा कर्मचारियों की हड़ताल पर 6 महीने तक रोक कर्मचारियों का शोषण बताया गया है,साथ फैसले पर विरोध जताया है। साथ ही एस्मा लागू करने को दर्भाग्य पूर्ण बताया है
कर्मचारियों की 6 महीने तक हड़ताल पर रोक को लेकर भले ही शासन में बैठे अधिकारी विकास कार्यों को गति देने और सामान्य निर्वाचन को बेहतर तरीके से संपन्न करने को लेकर तर्क दे रहे हो, लेकिन पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया कि विकास कार्यों को गति देने और सामान्य निर्वाचन को सही तरीके से संपन्न करने को लेकर एस्मा लागू किया गया हो, ऐसे में देखना यही होगा कि आखिरकार सरकार के द्वारा जो निर्णय लिया गया है कर्मचारी उसे किस रूप में लेते हैं।